Himachal Weather Today: हिमाचल के आठ जिलों में आंधी व वर्षा को लेकर येलो अलर्ट, बर्फबारी की संभावना
प्रदेश में ऊंचे क्षेत्रों में बर्फबारी की संभावना जताई गई है। इसके कारण तापमान में गिरावट आने का अनुमान है। धूप और बादलों व कई स्थानों पर वर्षा के बीच प्रदेश में अधिकतम तापमान में तीन से नौ डिग्री से अधिक तक की वृद्धि दर्ज की गई है।
शिमला, राज्य ब्यूरो। मौसम विभाग द्वारा जारी किए ताजा पूर्वानुमान के अनुसार आज गुरुवार को प्रदेश के पांच जिलों चंबा, कांगड़ा, ऊना, हमीरपुर व बिलासपुर में आंधी व आसमानी बिजली गिरने को लेकर येलो अलर्ट जारी किया गया है। प्रदेश के ऊंचे क्षेत्रों में बर्फबारी व निचले क्षेत्रों में वर्षा की संभावना जताई गई है। जबकि 24 मार्च को आठ जिलों किन्नौर, लाहुल स्पीति, बिलासपुर व सिरमौर को छोड़ बाकी जिलों में आंधी के साथ ओलावृष्टि को लेकर आरेंज अलर्ट जारी किया है। इसके कारण कई स्थानों पर नुकसान की आशंका जताई गई है।
प्रदेश में ऊंचे क्षेत्रों में बर्फबारी व निचले क्षेत्रों में वर्षा की संभावना जताई गई है। इसके कारण तापमान में गिरावट आने का अनुमान है। धूप और बादलों व कई स्थानों पर वर्षा के बीच प्रदेश में अधिकतम तापमान में तीन से नौ डिग्री से अधिक तक की वृद्धि दर्ज की गई है।
अधिकतम तापमान में सबसे अधिक वृद्धि कल्पा में 9.7, रिकांगपिओ में 9.6 डिग्री की वृद्धि दर्ज की गई है। बुधवार को भी सुंदरगनर व भुंतर में दो-दो मिलीमीटर जबकि कुछ अन्य स्थानों पर करीब एक मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई है। ताजा बर्फबारी व वर्षा के बाद 21 सड़के यातायात के लिए बंद है।
बता दें की चंबा जिला चंबा में मंगलवार रात करीब 10 बजकर 20 मिनट पर भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। हालांकि, भूकंप के कारण बुधवार तक जिला के किसी भी कोने से नुकसान की कोई भी सूचना प्राप्त नहीं हुई। मंगलवार रात के समय अधिकतर लोग खाना खाने के बाद बिस्तर में सो गए थे। इस दौरान अचानक धरती हिलने लगी। पहले तो लोग कुछ समझ नहीं पाए। लेकिन, जैसे-जैसे झटके तेज होते गए तो लोगों को भूकंप आने का अंदेशा हुआ तथा रात के समय लोग अपने-अपने घरों से बाहर निकलकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंच गए।
कुछ देर बाद भूकंप शांत हो गया। लेकिन, इसके बावजूद भी लोग तुरंत घरों के भीतर जाने से कतराते रहे। काफी देर बाद धरती शांत होने के बाद ही लोग अपने-अपने घरों के भीतर लौटे। लोगों का कहना है कि भूकंप के जो झटके मंगलवार रात को महसूस किए गए। ऐसे झटके कई सालों से महसूस नहीं किए गए थे। हालांकि, भूकंप आने पर धरती कई बार हिली। लेकिन, इतनी देर तक भूकंप का प्रभाव नहीं रहा।