Himachal Weather Today: हिमाचल में आंधी, बिजली और बरसात की मार, ठियोग में तीन बार भूस्खलन; येलो अलर्ट जारी
मौसम विज्ञान केंद्र ने 26 से 28 मई तक अलग-अलग स्थानों पर आंधी और बिजली गिरने की येलो अलर्ट जारी किया है। शुक्रवार को निचले इलाकों में कई स्थानों पर बारिश और 27 से 29 मई तक निचले और मध्य पहाड़ी इलाकों में बारिश और आंधी आने का अनुमान है।
ठियोग, एजेंसी/जागरण संवाददाता। हिमाचल प्रदेश के कई हिस्सों में गुरुवार को बिजली गिरने और आंधी के साथ मध्यम से भारी बारिश हुई, जिससे भूस्खलन हुआ और वाहनों का यातायात और बिजली आपूर्ति बाधित हुई। पिछले कुछ दिनों में खराब मौसम के कारण कुल 19 सड़कें बंद रहीं। सिरमौर में सबसे अधिक 11, कुल्लू में तीन, चंबा और शिमला में दो-दो और कांगड़ा में एक सड़क यातायात के लिए बंद रही। कुल 171 ट्रांसफार्मर भी खराब हुए।
स्थानीय मौसम विज्ञान केंद्र ने 26 से 28 मई तक अलग-अलग स्थानों पर आंधी और बिजली गिरने की येलो अलर्ट जारी किया है। शुक्रवार को निचले इलाकों में कई स्थानों पर बारिश और 27 से 29 मई तक निचले और मध्य पहाड़ी इलाकों में अलग-अलग स्थानों पर बारिश और आंधी आने का अनुमान है। 1 मार्च से 25 मई तक चल रही बारिश ने प्री-मानसून बारिश की कमी को 11 फीसदी तक कम कर दिया है, क्योंकि पहाड़ी राज्य में 230 मिमी की सामान्य बारिश की तुलना में 254.6 मिमी बारिश हुई है।
बिजली बोर्ड कार्यालय ठियोग के समीप वीरवार तड़के चार बजे भारत-तिब्बत सीमा बार्डर राष्ट्रीय राजमार्ग-पांच सड़क धंसने के कारण बाधित हो गया। सड़क बाधित होने की सूचना मिलते ही प्रशासनिक व विभागीय अधिकारी मौके पर पहुंचे। सड़क के निचली ओर लग रहे डंगे के ठेकेदार की मशीनरी से सड़क के ऊपरी तरफ की पहाड़ी को खोद कर सड़क को चौड़ा कर सुबह पांच बजे यातायात एकतरफा बहाल किया गया।
लेकिन छह बजे पहाड़ी के ऊपरी हिस्से में और भूस्खलन होने से सड़क एक बार फिर अवरुद्ध हो गई। सड़क पर दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतारें लग गईं। इससे बसों व निजी वाहनों में सवार लोग परेशान होते रहे। रहीघाट पर बस अड्डे के नजदीक बाजार में चाय की दुकानें खुलने से लोग चाय की चुस्कियां लेते सड़क के खुलने का इंतजार करते रहे। मशीनों के माध्यम से सड़क पर आए मलबे को हटाने में आधा घंटा लगा और साढ़े छह बजे यातायात एक बार फिर बहाल हो गया।
सुबह आठ बजे सड़क के ऊपर की तरफ की पहाड़ी का एक हिस्सा सड़क पर फिर आ गिरा। इसके कारण सड़क बंद हो गई। इससे सुबह स्कूल और कार्यालय जाने वाले कर्मचारी अपने वाहनों के साथ जाम में फंस गए। फागू और गजेडी स्थित स्कूलों की बसें सड़क के दोनों ओर बच्चों के साथ सड़क खुलने का इंतजार करती रहीं। कुछ स्कूली बच्चे अभिभावकों के साथ बसों का इंतजार करते दिखे। इस दौरान जाम में फंसे राहगीर पैदल ही अपने गंतव्य की ओर जाते दिखाई दिए।
एसडीएम सहित एक्सईएन मौके पर पहुंचे
ठियोग के एसडीएम मुकेश शर्मा और राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण पांच के एक्सईएन पीपी सिंह मौके पर स्थिति का जायजा लेते दिखाई दिए। इस दौरान उन्होंने मार्ग बहाल करने के लिए दिशानिर्देश दिए।
राठौर ने दिए निर्माणाधीन डंगे के काम को जल्द पूरा करने के निर्देश
विधायक कुलदीप राठौर ने एसडीएम मुकेश शर्मा और राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के अधिकारियों को निर्माणाधीन डंगे के काम को जल्द पूरा करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने सड़क के ऊपरी तरफ की नगर परिषद के वार्ड छह के छै धाला कालोनी की तरफ खोदे हिस्से पर भी डंगा लगाने के निर्देश दिए। उन्होंने शनिवार को व्यक्तिगत तौर पर कार्य का निरीक्षण करने की भी बात कही।
पुलिस ने पोर्टल से दी चालकों को वैकल्पिक रास्तों की जानकारी
करीब 11 बजे शिमला पुलिस ने अपने पोर्टल पर ऊपरी शिमला के रामपुर, चौपाल और रोहड़ू जाने वाले वाहन चालकों से वैकल्पिक रास्तों पर जाने की सलाह दी। पुलिस ने रामपुर जाने के लिए वाया बसंतपुर, रोहड़ू जाने और चौपाल जाने वाले वाहन चालकों को फागू, धमांदरी, सैंज वाले रास्ते का चयन करने का सुझाव दिया। इसके अलावा पुलिस ने नारकंडा से शिमला जाने वाले वाहन चालकों को नैरल-मशोबरा संपर्क मार्ग से भेजा।
इस समय बाईपास मार्ग हो सकता था विकल्प
नगर परिषद अध्यक्ष विवेक थापर व कांग्रेस शहरी अध्यक्ष अनिल ग्रोवर ने बताया कि यदि समय अवधि में ठियोग बाईपास बनकर तैयार हो जाता तो आज लोगों को परेशान नहीं होना पड़ता। नगर परिषद अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, कांग्रेस शहरी अध्यक्ष, स्थानीय निवासी वरुण कुमार, डीजी शर्मा ने विधायक कुलदीप सिंह राठौर से पहले भी यह मुद्दा उठाया था कि सेब सीजन से पहले यदि बाईपास का निर्माण कार्य पूरा हो जाए तो लोगों को हर दिन जाम की समस्या से नहीं जूझना पड़ेगा। वहीं आज जिस तरह से लोगों को जाम व कई किलोमीटर पैदल चलने को मजबूर होना पड़ा, ऐसा नहीं होना था।