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Himachal Weather: सूरज पूछ रहा गर्मी का पता...जून में गर्म कपड़े पहनने को विवश लोग, मौसम में कोई राहत नहीं

Himachal Weather हिमाचल प्रदेश में जून के महीने में लोग गर्म कपड़े पहनने के लिए विवश हो रहे हैं। वीरवार को तापमान में कुछ सुधार हुआ बावजूद इसके मंडी में अधिकतम तापमान सामान्य से 13.4 डिग्री सेल्सियस कम दर्ज किया गया।

By Jagran NewsEdited By: Himani SharmaPublished: Fri, 02 Jun 2023 09:25 AM (IST)Updated: Fri, 02 Jun 2023 09:25 AM (IST)
Himachal Weather: सूरज पूछ रहा गर्मी का पता...जून में गर्म कपड़े पहनने को विवश लोग, मौसम में कोई राहत नहीं
सूरज पूछ रहा गर्मी का पता...जून में गर्म कपड़े पहनने को विवश लोग, मौसम में कोई राहत नहीं

राज्य ब्यूरो, शिमला : प्रदेश में लगातार तीन दिन वर्षा होने से जून में लोग गर्म कपड़े पहनने को विवश हैं। हालांकि, वीरवार को तापमान में कुछ सुधार हुआ, बावजूद इसके मंडी में अधिकतम तापमान सामान्य से 13.4 डिग्री सेल्सियस कम दर्ज किया गया। बिलासपुर में अधिकतम तापमान सामान्य से 12.2 डिग्री कम रहा। प्रदेश में वीरवार को भी रोहतांग सहित ऊंची चोटियों पर हिमपात हुआ, जबकि कुछ क्षेत्रों में वर्षा हुई।

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प्रदेश में 34 सड़कें यातायात के लिए बंद हैं। इनमें कुल्लू में 24, चंबा में सात और शिमला में दो सड़के बंद हैं। सिरमौर में तीन पशुशालाएं क्षतिग्रस्त हुई हैं। वीरवार को प्रदेश में सबसे अधिक वर्षा डलहौजी में 14, मंडी में दो मिलीमीटर हुई। अन्य स्थानों पर बादलों के साथ हल्की धूप रही। इससे अधिकतम तापमान में चार से आठ डिग्री तक की वृद्धि हुई।

अधिकतम तापमान में सबसे अधिक वृद्धि रिकांगपिओ में 8.8 डिग्री, कांगड़ा व चंबा में छह-छह डिग्री हुई है। मौसम विभाग ने शुक्रवार को किन्नौर व लाहुल स्पीति को छोड़ बाकी जिलों में आंधी चलने व बिजली गिरने को लेकर चेतावनी जारी की है। विभाग के अनुसार तीन जून तक पश्चिमी विक्षोभ का असर रहने का अनुमान है।

वर्षा से बगीचों में खराब हुई चेरी

जागरण संवाददाता, शिमला : लगातार वर्षा के कारण चेरी की फसल बगीचों में खराब होने लगी है। प्रदेश में शिमला जिला में चेरी का सबसे ज्यादा उत्पादन होता है। वर्षा के कारण यह अब फटना शुरू हो गई है। इससे इसमें कीड़े लग रहे हैं। शिमला की मंडियों में चेरी पहली अप्रैल से आना शुरू हो जाती है।

राजधानी शिमला के भट्टाकुफर स्थित फल मंडी में अब तक महज 40 हजार के करीब बाक्स ही चेरी के पहुंचे हैं। कुछ बागवान सीधे दूसरे राज्यों को भी चेरी भेज रहे हैं। वीरवार को ढली मंडी में चेरी के 1465 बाक्स ही बिकने के लिए पहुंचे। नारकंडा के बागवान ईशान ने कहा कि वर्षा के कारण नुकसान हुआ है। प्रोग्रेसिव बागवान व स्टोन फ्रूट एसोसिएशन के अध्यक्ष दीपक सिंघा ने कहा कि इस बार मौसम की मार पड़ी है।

डलहौजी में मकान ढहा

संवाद सहयोगी, डलहौजी : चंबा जिले के उपमंडल डलहौजी के अंतर्गत बनीखेत कस्बे में मूसलधार वर्षा से स्थानीय बस स्टाप के समीप डलहौजी मार्ग किनारे स्थित एक दशकों पुराना गैर रिहायशी मकान बुधवार देर रात ढह गया। मकान के ढहने से सारा मलबा सड़क किनारे खड़े दोपहिया वाहनों पर गिर गया। इससे पांच दोपहिया वाहन क्षतिग्रस्त हो गए।


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