Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

Himachal Pradesh News: हिमाचल सरकार ने बदला बड़सर पेयजल योजना का स्रोत, लागत में आई 70 करोड़ की कमी

Himachal Pradesh News हिमाचल प्रदेश की सुखविंदर सिंह सुक्खू (Sukhvinder Singh Sukhu) सरकार ने हमीरपुर जिले के बड़सर विधानसभा क्षेत्र के लिए प्रस्तावित 126.19 करोड़ रुपए की पेयजल योजना का स्रोत बदल दिया है। पहले ब्यास नदी से पेयजल योजना प्रस्तावित थी लेकिन अब सतलुज नदी से होगी। इससे योजना की लागत में 70 करोड़ रुपए की कमी आई है।

By Parkash Bhardwaj Edited By: Rajiv Mishra Updated: Wed, 04 Sep 2024 02:29 PM (IST)
Hero Image
मुकेश अग्निहोत्री ने विधानसभा में ध्यानाकर्षण प्रस्ताव में दिया जवाब (फाइल फोटो)

राज्य ब्यूरो, शिमला। हिमाचल प्रदेश की सुखविंदर सिंह सुक्खू सरकार ने हमीरपुर जिले के बड़सर विधानसभा क्षेत्र के लिए प्रस्तावित 126.19 करोड़ रुपए की पेयजल योजना का स्रोत बदल दिया है। बड़सर क्षेत्र की जनता को पहले ब्यास नदी से पेयजल योजना प्रस्तावित थी, लेकिन सुक्खू सरकार ने इस योजना का स्रोत बदल कर अब सतलुज नदी से कर दिया है।

यही नहीं, इस योजना के स्रोत के लिए किया गया टेंडर भी सरकार ने रद्द कर दिया है। योजना का स्रोत बदलने से इस पेयजल योजना की लागत में 70 करोड़ रुपए की कमी आई है। यह बात उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने मंगलवार को विधानसभा में विधायक बिक्रम ठाकुर द्वारा नियम 62 के तहत लाए गए ध्यानाकर्षण प्रस्ताव के जवाब में कही।

न्यू डेवपलमेंट बैंक फंडिंग दे रहा है फंडिंग- डिप्टी सीएम

अग्निहोत्री ने कहा कि इस योजना के लिए न्यू डेवपलमेंट बैंक फंडिंग दे रहा है। उन्होंने कहा कि इस पेयजल योजना के लिए तीन कंपनियों ने पूर्व भाजपा के कार्यकाल में निविदा दी थी।

इनमें से एचएएस इंजीनियरिंग को 217 करोड़ रुपए में ठेका आवंटित हुआ, लेकिन इसी दौरान योजना का स्रोत बदले जाने के बाद इस योजना की लागत में 70 करोड़ रुपए से अधिक की कमी आई है।

अब इस पर 126.19 करोड़ रुपए खर्च होंगे। उन्होंने कहा कि अभी तक इस योजना पर लगभग 24 करोड़ रुपए खर्च किए जा चुके हैं।

योजना का स्रोत बदलने से 40 किमी कम बिछेगी पाइपलाइन

उन्होंने कहा कि इस पेयजल योजना का स्रोत बदलने से 40 किमी. पाइपलाइन कम बिछेगी। हालांकि बड़सर विधानसभा क्षेत्र के भीतर पानी के वितरण की योजना में कोई बदलाव नहीं किया गया है। अग्निहोत्री ने कहा कि उन्होंने अब इस योजना के स्रोत का फिर से टेंडर लगाने के निर्देश दे दिए हैं और इस पर जल्द काम भी शुरू हो जाएगा।

उन्होंने कहा कि प्रदेश में इस समय न्यू डेवपलमेंट बैंक की 745 करोड़ रुपए की 24 योजनाएं निर्माणाधीन हैं और इन सभी योजनाओं को निर्धारित राशि के भीतर ही पूरा किया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि प्रदेश में न्यू डेवपलमेंट बैंक की योजनाओं के टेंडर तय राशि से ऊपर किए जाने को लेकर एक कमेटी गठित की जाएगी, जो इस सारे मामले की जांच करेगी।

विधायक विक्रम सिंह ठाकुर ने कही ये बात

इससे पहले विधायक बिक्रम सिंह ठाकुर ने मामला उठाते हुए कहा कि पानी के स्रोत के लिए दोबारा टेंडर करना तो ठीक है, लेकिन स्रोत के चयन में हुई गलती के लिए जिम्मेदार विभाग के कुछ अधिकारियों के खिलाफ भी कार्रवाई होनी चाहिए।