सेवाविस्तार पर सीएम जयराम और नेता प्रतिपक्ष में तकरार, बुजुर्ग नेता से सीख लेने की नसीहत
Himachal Budget Session हिमाचल प्रदेश विधानसभा के बजट सत्र की दूसरे दिन की कार्यवाही शुरू हो गई। विधानसभा उपाध्यक्ष हंसराज ने सदन की कार्यवाही का संचालन किया।
शिमला, जेएनएन। हिमाचल प्रदेश विधानसभा के बजट सत्र की दूसरे दिन की कार्यवाही शुरू हो गई। विधानसभा उपाध्यक्ष हंसराज ने सदन की कार्यवाही का संचालन किया। सदन की कार्यवाही के दौरान विधायक रमेश धवाला ने सेवाविस्तार का मामला उठाया। जिस पर नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्िनहोत्री और सीएम जयराम ठाकुर के बीच तकरार हो गई। इसके बाद तबादलों के मामले पर कांग्रेस के विधायक सदन से बाहर चले गए। लेकिन कुछ देर में ही वापस भी आ गए।
सीएम जयराम ठाकुर ने विधायक राजेंद्र राणा के सवाल के जवाब में कहा दो साल में 43680 कर्मचारियों के स्थानांतरण हुए। सीएम ने कहा स्थानांतरण में सुधार करेंगे। पूर्व कांग्रेस सरकार के समय 41778 तबादले हुए थे, इस बीच विपक्ष और सत्ता पक्ष में नोंक झोंक हो गई। सीएम ने कहा सदन में बुजुर्ग नेता बैठे हैं, उनसे सीख लें। सीएम का इशारा पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह से सीख लेने का था।
इससे पूर्व सीएम ने कहा 2015 से 2018 के दौरान 1160 अधिकारियों को सेवाविस्तार दिया। इस पर 28.32 करोड़ खर्च किया गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि सेवाविस्तार नहीं होना चाहिए। हालांकि, लोकहित में जहां ज़रूरी हो वहीं दिया जाना चाहिए। सेवा विस्तार ऐसों को नहीं दिया जा सकता, जो चार्जशीट हों। राजनीतिक आधार पर पूर्व सरकार के समय सेवा विस्तार दिया गया। 2013 से 17 के दौरान 2397 को सेवा विस्तार दिया, जबकि 1248 को पुनः रोजगार दिया गया। 20 को वर्तमान सरकार ने अभी तक सेवा विस्तार दिया और 213 को पुनः रोजगार दिया गया।
इस पर नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्िनहोत्री ने सेवाविस्तार पर पूर्ण रोक लगाने की मांग उठाई। इस पर सदन में नेता प्रतिपक्ष और मुख्यमंत्री के बीच तकरार हो गई। सीएम जयराम ठाकुर ने कहा नियम के अनुसार ही कर रहे हैं। जिन्हें पुनः रोजगार दिया गया है, वहां पटवारियों की संख्या अधिक है। इनमें वह भी हैं, जिन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री के साथ कार्य किया है।
पूर्व मुख्यमंत्री भी सदन में पहुंचे
पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह भी सदन की दूसरे दिन की कार्यवाही के दौरान पहुंचे। वीरभद्र सिंह ने पहले दिन की कार्यवाही में हिस्सा नहीं लिया था। पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह उम्र दराज होने के कारण कुछ अस्वस्थ रह रहे हैं। बीते महीनों से वह लगातार अस्पताल में उपचार के लिए पहुंच रहे हैं।
पूर्व विधायक के निधन पर जताया शोक
मुख्यमंत्री ने पूर्व विधायक कृष्णा मोहिनी के निधन पर शोक जताया। सीएम ने कहा कृष्णा मोहिनी 1998 में एक वोट से जीती थीं। मुख्यमंत्री ने उन्हें बेबाक और दमदार महिला बताया। इनकी मौत बीते 23 फरवरी को हुई थी। विधायक आशा कुमारी की माता के निधन पर भी शोक जताया। नेता प्रतिपक्ष मुकेश ने भी कृष्णा मोहिनी के निधन पर शोक जताया। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री डॉक्टर राजीव सैजल ने भी विचार रखे।