Himachal Pradesh Election Result: हिमाचल में जीत की ओर कांग्रेस, इन पांच बड़े कारणों से मिली विजय
हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव के रुझानों में कांग्रेस की स्पष्ट बहुमत दिख रही है। हिमाचल में कांग्रेस 17 सीटों पर जीत दर्ज कर ली है और 20 सीटों पर आगे चल रही है। जानें किन पांच बड़े कारणों से कांग्रेस को विजय मिली?
शिमला, आनलाइन डेस्क। हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव के रुझानों में कांग्रेस की स्पष्ट बहुमत दिख रही है। हिमाचल में कांग्रेस 17 सीटों पर जीत दर्ज कर ली है और 20 सीटों पर आगे चल रही है। वहीं, भाजपा अभी तक 13 सीटों पर जीत दर्ज़ की है और 13 सीटों पर आगे चल रही है।
रुझानों और परिणामों के मुताबिक हिमाचल में कांग्रेस की पूर्ण बहुमत की सरकार बनने जा रही है। बता दें कि इस बार हिमाचल में हुए विधानसभा चुनाव में राहुल गांधी और सोनिया गांधी प्रचार-प्रसार के लिए नहीं गई थी, लेकिन फिर भी कांग्रेस जीत रही है। हालांकि प्रियंका गांधी ने हिमाचल में खूब पसीना बहाया है। ऐसे में आइए जानते हैं कि हिमाचल में कांग्रेस की जीत के पीछे कौन-कौन से मुख्य कारण रहे हैं।
हिमाचल में कांग्रेस की जीत के पांच बड़े कारणः
1. वीरभद्र सिंह के निधन के बाद भी कांग्रेस की जीत
बता दें कि पिछले साल हिमाचल प्रदेश के छह बार मुख्यमंत्री रहे कांग्रेस के दिग्गज नेता वीरभद्र सिंह का निधन हो गया था। उनके निधन से पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ-साथ आम लोगों पर असर पड़ा। वह हिमाचल के छह बार मुख्यमंत्री बने थे, ऐसे में इसी बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि प्रदेश में उनका कद कितना बड़ा होगा। इसलिए लोगों में सहानुभुति भी थी, जिस कारण से उनके निधन के बाद, लोगों ने कांग्रेस को वोट किया और जिसका असर अब साफ दिख रहा है।
2. राहुल-सोनिया की गैर मौजूदगी में कांग्रेस की जीत
हिमाचल प्रदेश में इसबार हुए विधानसभा चुनाव में प्रचार-प्रसार के लिए सोनिया गांधी और राहुल गांधी दोनों मां-बेटे नदारद रहे। हालांकि हिमाचल में स्टार प्रचारकों का पूरा भार प्रियंका गांधी पर था। कांग्रेस ने राहुल गांधी को हिमाचल चुनाव से इसलिए दूर रखा कि इस टाइम राहुल गांधी भारत जोड़ो यात्रा में व्यस्त हैं और दूसरी बात कि कांग्रेस नेताओं को पता था कि प्रदेश में राहुल गांधी के जाने से भाजपा इस चुनाव को 'राहुल बनाम मोदी' के तौर पर सामने ला सकता है। इसलिए कांग्रेस ने राहुल के बजाय प्रियंका को हिमाचल की जिम्मेदारी देना पसंद किया। इसके पीछे एक कारण ये भी है कि वह महिला है और लोगों के बीच जाती रहती हैं।
3. गांधी परिवार का हिमाचल कनेक्शन
हिमाचल में चुनाव प्रचार के दौरान प्रियंका गांधी ने राज्य से गांधी परिवार के कनेक्शन को लेकर बात की थी। उन्होंने कहा था कि उनकी पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने हिमाचल को पूर्ण राज्य का दर्जा दिया था। प्रियंका गांधी ने कहा था, 'मेरी दादी इंदिरा गांधी का हिमाचल के साथ आध्यात्मिक संबंध था। जो आज की राजनीति में कम ही दिखता था।' उन्होंने कहा था, 'जब भी मैं हिमाचल के किसी गांव में जाती हूं तो वहां के लोग कहते हैं कि हमने आपकी दादी को देखा था।' उन्होंने कहा था कि लोगों में आज 40 साल बाद भी उनके प्रति आदर और सम्मान है।
4. हिमाचल प्रदेश में प्रियंका गांधी की भूमिका
हिमाचल प्रदेश में प्रियंका गांधी ने चुनाव प्रचार में खूब मेहनत की थी। उन्होंने 14 अक्टूबर को प्रचार-प्रसार का मोर्चा संभाली थी। इसके बाद लगातार कई जगहों पर रोड शो और रैलियों के माध्यम से कांग्रेस के लिए वोट मांगी। प्रियंका गांधी ने प्रचार के दौरान अपनी दादी की किस्सा सुनाती और हिमाचल से कनेक्शन के बार में लोगों को बताती थी। प्रियंका गांधी ने हिमाचल के लोगों के नब्ज को टटोला, जिसका परिणाम आज देखने को मिल रहा है।
5. हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस के बड़े चेहरे
हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस के कई बड़े चेहरे हैं, जिन्होंने पार्टी को जीत दिलाने में मदद की है। हिमाचल में 8 बार के विधायक और पूर्व कैबिनेट मंत्री कौल सिंह ठाकुर, विधानसभा में विपक्ष के नेता मुकेश अग्निहोत्री, पूर्व कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष सुखविंदर सिंह सुक्खू और प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह पार्टी के बड़े चेहरे हैं। इन नामों को मुख्यमंत्री पद के लिए भी रेस में माना जा रहा है। इसके अलावा चुनाव में जीत के लिए धनीराम शांडिल, रामलाल ठाकुर, आशा कुमारी जैसे नेताओं ने भी मदद की है।