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जयराम ने मांगी एक और महिला आइआरबी

मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने हिमाचल के लिए एक और भारतीय महिला भारतीय रिजर्व बटालियन की मांग की है।

By Edited By: Published: Fri, 04 Jan 2019 08:24 PM (IST)Updated: Sat, 05 Jan 2019 08:58 AM (IST)
जयराम ने मांगी एक और महिला आइआरबी
जयराम ने मांगी एक और महिला आइआरबी

शिमला, राज्य ब्यूरो। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने केंद्र सरकार से हिमाचल के लिए एक और महिला भारतीय रिजर्व बटालियन (आइआरबी) मांगी है। उन्होंने इस संबंध में शुक्रवार को नई दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात कर प्रदेश का पक्ष रखा। उन्होंने राजनाथ सिंह से कहा कि महिलाओं की बेहतर सुरक्षा सुनिश्चित करने और महिला सशक्तीकरण के लिए प्रदेश को एक और महिला आइआरबी स्वीकृत की जाए।

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प्रदेश सरकार महिला सशक्तीकरण और उनकी सुरक्षा को प्राथमिकता प्रदान कर रही है। इस दिशा में कई कदम उठाए गए हैं। गुड़िया हेल्पलाइन और शक्ति बटन एप की शुरुआत की गई है। जिलों में महिला पुलिस स्टेशन खोले गए हैं। प्रदेश में सात आइआरबी हैं। इनमें एक महिला बटालियन है। प्रदेश सरकार ने स्वर्णिम हिमाचल दृष्टिपत्र-2017 को नीति दस्तावेज के रूप में अपनाया है। इसे पूरी तरह लागू किया है। मानसून से नुकसान की भरपाई हो जयराम ठाकुर ने राजनाथ सिंह से पिछले साल मानसून के दौरान प्रदेश में हुए भारी नुकसान के लिए राशि स्वीकृत करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि अंतर मंत्रालय की एक टीम ने नुकसान का आकलन करने के लिए प्रदेश का दौरा किया था। उन्होंने मांग की कि राशि जल्द जारी की जाए। राजनाथ सिंह ने मुख्यमंत्री की मागों पर उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया। इस दौरान मुख्यमंत्री के प्रधान निजी सचिव विनय सिंह और उप आवासीय आयुक्त विवेक महाजन भी उपस्थित थे।

आधी आबादी को पूरी सुरक्षा

हिमाचल सरकार आधी आबादी को पूरी सुरक्षा मुहैया करवाना चाहती है। बेहतर सुरक्षा व नारी सशक्तीकरण के मद्देनजर सरकार नई महिला बटालियन चाह रही है। हालांकि अब अपराध की पीड़ित महिलाओं को थाने जाने की जरूरत नहीं है। वे वाट्सएप, गुड़िया हेल्पलाइन, शक्ति एप और ऑनलाइन भी शिकायत दर्ज करवा सकती हैं। गुड़िया हेल्पलाइन पिछले साल 26 जनवरी को आरंभ की गई थी। इसमें पिछले महीने 31 दिसंबर तक 3757 शिकायतें प्राप्त हुई। इनमें से 3284 शिकायतों का निपटारा कर दिया गया है। हिमाचल में 11 महिला थाने हैं। इनमें पीड़ित महिलासं अपना पक्ष रख सकती हैं। इन थानों की प्रभारी महिला सब इंस्पेक्टर या फिर इंस्पेक्टर होती है। इससे महिला अपराधों के प्रति संवदेनशीलता के साथ निपटा जा सकता है।

प्रदेश सरकार ने कोटखाई में छात्रा की दुष्कर्म के बाद हत्या मामले से सबक सीखा है। न केवल हेल्पलाइन बनाई बल्कि गुड़िया के नाम पर अलग बोर्ड भी बनाया है। इस प्रकरण ने पूरे प्रदेश को हिलाकर रख दिया था। एक बटालियन में एक हजार कर्मी एक बटालियन में एक हजार कर्मी होते हैं। सात बटालियनों में अभी सात हजार पुलिस कर्मी हैं। इनमें महिला बटालियन में पहले से एक हजार महिलाएं कार्यरत हैं। यह बटालियन बस्सी में है। अगर केंद्र सरकार एक और महिला आइआरबी स्वीकृत करती है तो प्रदेश में इनकी संख्या दो हो जाएगी।


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