Himachal: शिमला नगर निगम की अहम पहल, शहर में लगेंगी डिमिंग स्ट्रीट लाइट, जानिए इसकी खासियत
Himachal Pradesh News बिजली बचत की दिशा में शिमला नगर निगम अहम पहल करने जा रहा है। शिमला शहर में डिमिंग स्ट्रीट लाइटें (मंद रोशनी) लगाई जाएंगी। ये लाइटें आटोमैटिक हैं। लाइटों की विशेषता यह है कि इन्हें चलाने के लिए लोगों की जरूरत नहीं पड़ती।
शिमला, जागरण संवाददाता।
बिजली बचत की दिशा में शिमला नगर निगम अहम पहल करने जा रहा है। शिमला शहर में डिमिंग स्ट्रीट लाइटें (मंद रोशनी) लगाई जाएंगी। ये लाइटें आटोमैटिक हैं। लाइटों की विशेषता यह है कि इन्हें चलाने के लिए लोगों की जरूरत नहीं पड़ती। इन लाइटों के जलने और बंद होने का समय एक बार बिजली बोर्ड के कर्मचारी तय करेंगे।इसके बाद यह खुद ही काम करती हैं। शाम को अंधेरा होते ही खुद ही जल उठेंगी। लोगों की आवाजाही को देखते हुए यह रात एक बजे तक पूरी क्षमता से जलेंगी। एक से सुबह चार बजे तक इसकी रोशनी कम हो जाएगी। सुबह उजाला होते यह अपने आप बंद भी हो जाएंगी। इसके लिए कर्मचारी समय तय करेंगे। ऐसा होने से बिजली की खपत कम होगी।
स्मार्ट सिटी के तहत प्रोजेक्ट
पहले चरण में 500 लाइटें शहर के विभिन्न वार्डों में लगाई जाएंगी। यदि प्रयोग सफल रहा तो 1000 लाइटें लगाई जाएंगी। स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत इसके लिए वार्डों में बिजली के खंभे लगाने का काम शुरू हो गया है। अभी 400 खंभे लग चुके हैं। इन डिमिंग लाइटों से जहां शहर के कोने-कोने में रोशनी होगी वहीं यह बिजली की बचत भी करेगी।
लाइटों को लगाने पर 2.50 करोड़ रुपये की लागत
अधिकारियों का कहना है कि रास्तों पर रात एक से चार बजे तक पैदल चलने वालों की संख्या न के बराबर होती है। रास्तों पर जैसे ही पर लोगों की आवाजाही रात के समय कम होगी वैसे ही इन लाइट्स की रोशनी भी कम हो जाएगी। इसके लिए इन डिमिंग लाइट्स में समय तय कर दिया जाएगा। इससे बिजली की बचत हो सकेगी और बिल भी कम आएगा। इन लाइटों को लगाने पर 2.50 करोड़ रुपये खर्च होंगे।
स्ट्रीट लाइट्स की मरम्मत के लिए टोल फ्री नंबर जारी
शहर में स्ट्रीट लाइटों के रखरखाव व शिकायतों को लेकर नगर निगम ने टोल फ्री नंबर 18001803580 जारी किया है। इस नंबर पर संपर्क कर लोग अपने वार्ड से संबंधित स्ट्रीट लाइट की शिकायत कर सकते हैं। कई वार्डों में स्ट्रीट लाइटें खराब पड़ी हुई हैं। ऐसे में स्थानीय लोग इस पर शिकायत कर वार्डों में स्ट्रीट लाइट को ठीक करवाने में प्रशासन को सहयोग कर सकते हैं।
3000 रुपये तक महंगी है नई लाइट आटोमैटिक
डिमिंग लाइट सामान्य लाइटों से करीब 3000 रुपये तक महंगी है। छह से आठ हजार रुपये एक लाइट की कीमत है। प्रोजेक्ट के तहत 100, 130 और 200 वाट की लाइटें लगाई जाएंगी। इससे शहर में खराब लाइटों को बदलने के साथ नई लाइटें लगाने की योजना है।
500 लाइट पहले चरण में लगाई जाएंगी 400 खंभे अभी तक लगाए जा चुके हैं
निगम हर माह चुका रहा 18 लाख रुपये का बिल
शहर में लगी स्ट्रीट लाइटों का निगम हर महीने औसतन 18 से 20 लाख रुपये बिल चुका रहा है। इन लाइटों के लगने के बाद ऐसी उम्मीद की जा रही है कि बिल में कुछ कमी आएगी।