हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश, मकान गिरा; चार लोग दबे
हिमाचल में भारी बारिश से लोगों की मुसीबत बढ़ गई हैं। भूस्खलन से कई सड़कें बाधित हो गई हैं। कई जगह जाम ने रफ्तार थाम दी है।
शिमला, जेएनएन। हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश से औद्योगिक क्षेत्र बद्दी नालागढ़ की नदियां उफान पर हैं। कई झुग्गियों में पानी घुस गया है। मलगन के पास रोड ब्लॉक हो गया है। नालागढ़ व बद्दी की तरफ बाया साई होकर जाने वाला रास्ता बंद है। इसके चलते लोगों को परेशाना का सामना करना पड़ रहा है।
जिला सोलन के आद्योगिक क्षेत्र बरोटीवाला में भारी बारिश के चलते सती वाला नदी में तेज पानी आने से एक मकान गिर गया। हादसे में चार लोगों के दबने की जानकारी मिली है। इनमें से एक चार वर्षीय बच्चा राहुल बताया जा रहा है, जिसकी मौत हो गई है। वहीं, उसके पिता राजू और माता शारदा को गंभीर हालत में पीजीआई चंडीगढ़ में भर्ती किया गया है। इनमें एक बुजुर्ग रामआसरा भी था, जिसे सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है। सभी मध्य प्रदेश के जिला छतरपुर के निवासी हैं। यहां ये सब एक झुग्गी में रहते थे।
बाढ़ में फंसे विदेशी पर्यटक, लोगों ने निकाले
प्रदेशभर में भारी बारिश से लोगों की मुसीबत बढ़ गई हैं। भूस्खलन से कई सड़कें बाधित हो गई हैं। कई जगह जाम ने रफ्तार थाम दी है। मौसम विभाग ने अभी तीन दिन और अति भारी बारिश की चेतावनी दी है। शिमला में डंगा गिरने से यातायात बाधित रहा। इससे वाहन चालकों को 17 किलोमीटर सफर तय करने में पांच घंटे का समय लग गया।लाहुल-स्पीति जिले के स्पीति मार्ग पर छोटा दड़ा के पास पागल नाले में आई बाढ़ में विदेशी पर्यटकों का वाहन फंस गया। ये पर्यटक टाटा सूमो गाड़ी में मनाली की ओर आ रहे थे। स्थानीय लोगों ने पर्यटकों को नाले के पार पहुंचाया। सैलानी तो सुरक्षित मनाली पहुंच गए, लेकिन वाहन नाले में ही फंस गया। मनाली से स्पीति जा रहे अधिकतर पर्यटक वाहन छतरु लौट आए हैं। वहीं, स्पीति से आने वाले वाहन बातल रुक गए हैं।
एचआरटीसी के बस चालक वीरेंद्र और परिचालक शिव लाल ने बताया नाले में फंसे पर्यटक वाहन को निकालने की हरसंभव कोशिश की, लेकिन पानी बढ़ने से कामयाबी नहीं मिली।मंडी जिला के कोटरोपी में राष्ट्रीय राजमार्ग बाधित होने से वैकल्पिक झ¨टगरी-घोघरधार मार्ग भी अब बंद हो गया है। इस मार्ग पर फुटाखल में सड़क धंसने से शनिवार शाम सात बजे आवाजाही बंद हो गई। यहां मार्ग पर करीब तीन फीट गहरी खाई बन गई है। एसडीएम पद्धर आशीष शर्मा ने बताया कि सड़क धंसने से कोई भी अप्रिय घटना हो सकती है।
एहतियात के तौर पर वाहनों की आवाजाही रोक दी है। मंडी में दो कच्चे मकान ढह गए हैं। हमीरपुर जिले दो गोशालाएं भी बारिश की भेंट चढ़ी हैं।ऊपरी शिमला में भूस्खलन से परेशानी बढ़ा दी है। सेब बाहुल क्षेत्रों में संपर्क मार्ग बाधित होने से बागवानों को फसल मंडी तक पहुंचाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। शिमला के मल्याणा में डंगा गिरने से राष्ट्रीय राजमार्ग बाधित हो गया है। इससे सेब से लदे सैकड़ों ट्रक फंस गए हैं। जिला कांगड़ा के देहरा उपमंडल में दो मकानों को क्षति पहुंची है। नूरपुर उपमंडल के तहत जसूर सब्जी मंडी में पानी भर गया।
भारी बारिश की चेतावनी
मौसम विभाग ने तीन दिन अति भारी बारिश की चेतावनी दी है। विभाग की मानें तो प्रदेश में अगस्त के आखिरी सप्ताह तक बारिश का सिलसिला जारी रहेगा। पश्चिमी हवाओं का प्रभाव बढ़ने से प्रदेश के कुछ क्षेत्रों में 14 अगस्त तक अति भारी बारिश हो सकती है। शनिवार को प्रदेश का अधिकतम तापमान ऊना में 34.4 डिग्री सेल्सियस, जबकि न्यूनतम तापमान कल्पा में 13.3 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया।
जानें, कहां, कितना रहा तापमान
स्थान, न्यूनतम, अधिकतम
शिमला, 16.6, 22.1
कल्पा,13.4,23.6
धर्मशाला,17.8,27.3
ऊना, 23.5,34.0
मनाली,13.6,23.0
नाहन,19.6,28.7
केलंग,14.0,26.2
सोलन, 20.2,26.5
मंडी,17.0,29.2