बाजार में तिल धरने को नहीं बची जगह
दिवाली से पूर्व सोमवार को राजधानी में धनतेरस का पर्व मनाया गया।
जागरण संवाददाता, शिमला : दिवाली से पूर्व सोमवार को राजधानी में धनतेरस का पर्व मनाया गया। इस दौरान लोगों ने खूब खरीदारी की। व्यापारियों ने भी ग्राहकों को लुभाने के लिए विशेष ऑफर दिए। महंगाई के बावजूद लोगों में खरीदारी का उत्साह कम नहीं हुआ। बाजारों में लोगों का मेला लगा हुआ था। धनतेरस पर बर्तनों और ज्वेलरी की खरीदारी शुभ मानी जाती है।
वहीं, मंदिरों में भी धनतेरस पर भीड़ रही। लोगों ने सुबह विशेष पूजा-अर्चना की और उसके बाद बाजार का रुख किया। इसके अलावा लोगों ने देवी महालक्ष्मी का पूजन किया। धनतेरस पर व्यापारियों ने खाते का पूजन किया और पुराने खाते को बंद कर नए खाते की शुरुआत की। धनवंतरी को देवताओं के वैद्य और चिकित्सा के देवता माना जाता है। इसलिए चिकित्सकों के लिए धनतेरस का दिन बहुत महत्वपूर्ण होता है। चिकित्सकों ने भी धनतेरस के दिन वैद्यराज धनवंतरी का पूजन किया। धनतेरस और दिवाली के लिए राजधानी के बाजार दुल्हन की तरह सजे हैं। दुकानदारों ने लाइटों और फूल मालाओं से दुकानों को सजाया है। इसके अलावा ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए ऑफर भी प्रदान किए।