सचिवालय के चक्कर से डॉक्टरों को राहत
प्रदेश में अस्पतालों व मेडिकल कालेजों में अनुबंध पर नियुक्त होने वाले डाक्टरों को प्रदेश सरकार ने बड़ी राहत प्रदान की है। अनुबंध पवर नियुक्त होने वाले एमबीबीएस डाक्टरों को अनुबंध एग्रीमेंट पर हस्ताक्षर करने के लिए अब सचिवालय के चक्कर नहीं कोटने पड़ेंगे। प्रदेश में अभी तक अनुबंध पर एमबीबीएस
राज्य ब्यूरो, शिमला : प्रदेश में अस्पतालों व मेडिकल कॉलेजों में अनुबंध के आधार पर तैनात होने वाले डॉक्टरों को प्रदेश सरकार ने बड़ी राहत प्रदान की है। अनुबंध पर नियुक्त होने वाले ऐसे एमबीबीएस डॉक्टरों को एग्रीमेंट पर हस्ताक्षर करने के लिए अब सचिवालय के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे।
स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी अधिसूचना के तहत प्रदेश के सभी मुख्य चिकित्सा अधिकारियों, अस्पतालों के चिकित्सक अधीक्षकों, खंड चिकित्सा अधिकारियों और सभी सरकारी मेडिकल कॉलेजों के प्रिसिपल इस तरह के एग्रीमेंट पर हस्ताक्षर कर सकेंगे। इससे पहले इस प्रक्रिया के लिए प्रदेश सचिवालय के चक्कर काटने पड़ते थे। प्रदेश में अभी तक अनुबंध पर एमबीबीएस डॉक्टर की चाहे चंबा के दूर दराज क्षेत्र पांगी या लाहुल स्पीति, किन्नौर या कहीं पर भरी नियुक्ति होती थी तो उसके एग्रीमेंट को हस्ताक्षर करने के लिए सचिवालय पहुंचना पड़ता था। विशेष सचिव (स्वास्थ्य) के हस्ताक्षर के बाद ही अनुबंध मान्य होता था। प्रदेश में हाल में अनुबंध पर 200 चिकित्सक नियुक्त किए हैं। इस फैसले से इन चिकित्सकों को राहत मिलने के साथ भविष्य में नियुक्त होने वाले एमबीबीएस चिकित्सकों को भी राहत मिली है।
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अनुबंध पर नियुक्त होने वाले एमबीबीएस चिकित्सकों को अनुबंध करार पर हस्ताक्षर करने के लिए सचिवालय नहीं आना पड़ेगा और जहां पर नियुक्ति होगी वहीं फील्ड में संबंधित अधिकारी से हस्ताक्षर करवा सकेंगे।
-आरडी धीमान, अतिरिक्त मुख्य सचिव स्वास्थ्य