स्वास्थ्य विभाग खुद खरीदेगा दवाएं व सर्जिकल सामान
हिमाचल में स्वास्थ्य विभाग पहली बार दवाएं व सर्जिकल सामान खुद खरीदेगा। इससे विभाग को कमीशन की बचत होगी।
यादवेन्द्र शर्मा, शिमला
हिमाचल में स्वास्थ्य विभाग पहली बार दवाएं व सर्जिकल सामान खुद खरीदेगा। स्वास्थ्य विभाग ने प्रदेश के अस्पतालों के लिए दवाएं व सर्जिकल सामान खरीदने के लिए करीब 112 कंपनियों को जिम्मा सौंप दिया है। राज्यस्तरीय परचेज कमेटी की बैठक में आवेदन करने वाली सैकड़ों कंपनियों में से 112 कंपनियों को चयनित किया गया है।
स्वास्थ्य मंत्री विपिन परमार ने स्वास्थ्य विभाग द्वारा खुद दवाएं खरीदने के निर्णय से खाद्य एवं आपूर्ति निगम को झटका दिया है। अब खाद्य एवं आपूर्ति निगम को लाखों रुपये की कमीशन नहीं मिलेगी। स्वास्थ्य विभाग राज्यस्तर पर दवाएं व सर्जिकल सामान खरीदने के लिए चार फीसद कमीशन देता था। अभी स्वास्थ्य विभाग करीब 70 करोड़ रुपये की दवाएं व सामान खरीदने जा रहा है। इसकी एवज में करीब 28 लाख रुपये की कमीशन खाद्य एवं आपूर्ति निगम को दी जानी थी। अब स्वास्थ्य विभाग को टेंडर करने से लाखों रुपये का मुनाफा होगा। विभाग की स्टेट परचेज कमेटी ने दवाओं की खरीद के लिए 54 कंपनियों और 58 कंपनियों को सर्जिकल सामान की आपूर्ति के लिए चुना है। दवाओं की नहीं होगी कमी
स्वास्थ्य विभाग का दावा है कि सीधी खरीद होने से अस्पतालों में दवाओं व सामान की कमी नहीं होगी। अस्पताल जिलास्तर पर अपनी मांग कंपनी को बताएंगे जहां दवाएं व सामान सीधे पहुंचेगा।
दवाएं व सर्जिकल सामान खरीदने पर खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति निगम को कमीशन देनी पड़ती थी। अब कमीशन की बचत होगी।
-आरडी धीमान, अतिरिक्त मुख्य सचिव (स्वास्थ्य)