कुष्ठ रोग उन्मूलन के लिए 30 से विशेष अभियान
प्रदेश में कुष्ठ रोग उन्मूलन के लिए महात्मा गांधी के शहीदी दिवस 30 जनवरी से विशेष अभियान शुरु किया जाएगा।
राज्य ब्यूरो, शिमला : प्रदेश में कुष्ठ रोग उन्मूलन के लिए महात्मा गांधी के शहीदी दिवस 30 जनवरी से विशेष अभियान शुरू किया जाएगा। यह अभियान महात्मा गांधी की 150वीं जयंती पर दो अक्टूबर को समाप्त होगा। बुधवार को कुष्ठ रोग पहचान अभियान पर राज्य समन्वय समिति की अतिरक्त मुख्य सचिव स्वास्थ्य की अध्यक्षता में हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया। इसमें प्रदेश में कुष्ठ रोग की स्थिति पर मंथन कर इसे पूरी तरह से समाप्त करने के लिए चलाई जाने वाली योजना को निर्धारित किया गया।
चयनित कांगड़ा, किन्नौर और मंडी जिलों में कुष्ठ रोग से संबंधित मामलों की पहचान की जाएगी। बिलासपुर, चंबा और शिमला में केंद्रित कुष्ठ अभियान शुरू किया जाएगा। 2016-17 के दौरान श्रेणी-2 के मामले पाए गए थे। 2017-18 के दौरान राज्य में कुष्ठ रोग की प्रचलित दर राष्ट्रीय औसत 0.66 की तुलना में 0.19 थी। राज्य में नए मामलों का पता लगाने की वार्षिक दर 1.76 थी, जो राष्ट्रीय संकेतकों 1.02 से बहुत अधिक थी।
राज्य में आशा वर्करों द्वारा हाउस होल्ड सर्वेक्षण किया जाएगा। नए मामलों की पहचान का काम स्वास्थ्य कार्यकताओं द्वारा किया जाएगा। कुष्ठ प्रभावित व्यक्तियों से जुड़े कलंक को कम करने पर काम होगा। कठिन क्षेत्रों में पाए संदिग्ध मामलों को जिला अस्पतालों में भेजा जाएगा, जिससे इन मामलों की पुष्टि हो सके।
-मनमोहन शर्मा, मिशन निदेशक राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन हिप्र।
प्रदेश में कुष्ठ रोग उन्मूलन के कगार पर है। प्रति 10,000 की आबादी पर प्रदेश में कुष्ठ रोग की प्रचलन दर एक मामले से भी कम है। हिमाचल के सभी जिलों में इस रोग की दर निम्न है। 30 जनवरी को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के शहीदी दिवस से 150वीं जयंती पर दो अक्टूबर तक विशेष अभियान चलाया जाएगा।
-आरडी धीमान, अतिरिक्त मुख्य सचिव स्वास्थ्य