अनुबंध की तर्ज पर तीन साल में नियमित किए जाएं दिहाड़ीदार
राज्य ब्यूरो, शिमला : सिंचाई एवं जनस्वास्थ्य विभाग के अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ ने दिहाड़ीदार
राज्य ब्यूरो, शिमला : सिंचाई एवं जनस्वास्थ्य विभाग के अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ ने दिहाड़ीदारों के हितों की पैरवी की है। संगठन ने अनुबंध की तर्ज पर इन्हें भी तीन साल में नियमित करने की मांग की है। अभी ये सात साल में नियमित होते हैं। महासंघ ने 6200 जलरक्षकों के लिए भी स्थायी नीति बनाने का आग्रह किया है।
महासंघ के प्रदेशाध्यक्ष एलडी चौहान ने कहा कि सात साल के सेवाकाल के बाद ही दिहाड़ीदार नियमित हो पाते हैं। सरकार को यह अवधि घटाकर कम कर देनी चाहिए। अकेले आइपीएच विभाग में ही 500 दैनिक वेतन भोगी हैं। उन्होंने बजट सत्र में कर्मचारियों के लिए विभिन्न लाभ देने के लिए प्रदेश सरकार की सराहना की है। इस संबंध में महासंघ का प्रतिनिधिमंडल शिमला में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से मुलाकात करेगा। उनसे आग्रह करेगा कि दिहाड़ीदारों के बारे में भी सरकार कुछ सोचे। साथ ही जलरक्षकों का मुद्दा भी प्रमुखता से उठाया जाएगा। ये कर्मी अरसे से सेवाएं दे रहे हैं। ग्रामीण इलाकों में पानी के वितरण का कार्य कर रहे हैं, लेकिन बदले में मामूली पगार मिलती है। इन्हें दिहाड़ीदार बनाए जाने की मांग उठ रही है। हालांकि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर विधानसभा परिसर में इसका आश्वासन दे चुके हैं। इसके बाद इंटक के बैनर तले जलरक्षकों ने शिमला में प्रदर्शन किया था। इस प्रदर्शन में जलरक्षक संघ शामिल नहीं हुआ था। इसके अध्यक्ष बली राम शर्मा ने कहा कि उन्हें सरकार पर भरोसा है कि वह उनके हितों की रक्षा करेगी।