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नवरात्र में 10 नेताओं को मिला सत्ता का प्रसाद

हिमाचल सरकार ने नवरात्र में राजनीतिक संतुलन बिठाते हुए निगम, बोर्डो में अध्यक्ष, उपाध्यक्षों की नियुक्तियां की।

By Edited By: Published: Wed, 17 Oct 2018 09:05 PM (IST)Updated: Thu, 18 Oct 2018 08:58 AM (IST)
नवरात्र में 10 नेताओं को मिला सत्ता का प्रसाद
नवरात्र में 10 नेताओं को मिला सत्ता का प्रसाद

राज्य ब्यूरो, शिमला। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने राजनीतिक संतुलन बिठाते हुए निगम, बोर्डो में अध्यक्ष, उपाध्यक्षों की नियुक्तियां कर दी हैं। इनमें एक अध्यक्ष और नौ उपाध्यक्ष शामिल हैं। सरकार ने 10 नेताओं को दशहरे का तोहफा दिया है। संगठन में अहम ओहदों पर कार्यरत कई नेता अब सत्ता का भी स्वाद चखेंगे। विधानसभा चुनाव में टिकट से वंचित रहने वाले नेताओं की भी ताजपोशी की गई है। इनमें पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल समर्थकों ने बाजी मारी है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा समर्थकों को भी अधिमान मिला है। दो दिन पहले ही सरकार ने ज्वालामुखी के विधायक रमेश धवाला को राज्य योजना बोर्ड का उपाध्यक्ष, सिरमौर से बलदेव भंडारी को विपणन बोर्ड का अध्यक्ष, चंबा से जय सिंह को एससी, एसटी कल्याण निगम का उपाध्यक्ष नियुक्त किया था। अब सात जिलों शिमला, सिरमौर, सोलन, किन्नौर, कुल्लू, कांगड़ा व ऊना में क्षेत्रीय संतुलन साधा गया है।

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नड्डा समर्थक हैं नेगी सूरत सिंह नेगी भी संगठन से सरकार में आए हैं। वह मौजूदा समय में भाजपा एसटी मोर्चा के अध्यक्ष हैं। उन्हें चुनाव में टिकट नहीं मिल पाया था। टिकट धूमल समर्थक तेजवंत को दिया था। वह चुनाव हार गए थे। सूरत नेगी अब वन निगम की सूरत संवारेंगे।

धूमल के करीबी हैं गणेश दत्त गणेश दत्त शिमला से टिकट चाह रहे थे। टिकट सुरेश भारद्वाज को मिला। जीते भी और मंत्री भी बने। अब भाजपा के उपाध्यक्ष गणेश को भी बड़ी जिम्मेदारी मिली है। उन्हें धूमल का करीबी माना जाता है। वह पूर्व भाजपा में हिमुडा के उपाध्यक्ष थे।

हिमुडा संभालेंगे पूर्व मंत्री प्रवीण शर्मा धूमल के हनुमान के नाम से मशहूर भाजपा उपाध्यक्ष एवं पूर्व मंत्री प्रवीण शर्मा हिमुडा को जिम्मेदारी दी गई है। इसे अहम तैनाती माना जा रहा है। सोलन के दर्शन सैनी जल बोर्ड के उपाध्यक्ष होंगे।

संगठन और सरकार दोनों चलाएंगे निगम बोर्डो के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष पदों पर तैनात किए गए नेता अब सरकार और संगठन दोनों चलाएंगे। ये फिलहाल संगठन के ओहदों से नहीं हटेंगे।

त्याग करने वालों को ठेंगा विधानसभा चुनाव में रिखी राम कौंडल, गोविंद शर्मा, बीके चौहान ने टिकट नहीं मिलने पर पार्टी के खिलाफ बगावत नहीं की थी। इन तीनों को हिमाचल मामलों के प्रभारी मंगल पांडेय ने भरोसा दिलाया था कि पार्टी सत्ता में आई तो बड़ी जिम्मेदारी दी जाएगी, लेकिन इन नेताओं को फिलहाल निराशा हाथ लगी है।

लोकसभा चुनाव से पहले संतुलन ये नियुक्तियां लोकसभा चुनाव के मद्देनजर की गई हैं। इससे वोट बैंक को साधने के प्रयास हुए हैं। शिलाई के विधायक बलदेव तोमर को चुनाव में हार का सामना करना पड़ा था। वहां कांग्रेस के दिग्गज नेता हर्षव‌र्द्धन चौहान जीते थे। तोमर को मुख्यमंत्री का बेहद नजदीकी माना जाता है। अभी वह संगठन में प्रवक्ता के पद पर हैं।

किस नेता को, कहां दी नियुक्ति

-हमीरपुर से विजय अग्निहोत्री एचआरटीसी के उपाध्यक्ष

-ऊना से रामकुमार एचपीएसआइडीसी के उपाध्यक्ष

-ऊना से पूर्व मंत्री प्रवीण शर्मा हिमुडा के उपाध्यक्ष

-किन्नौर से सूरत नेगी को वन निगम के उपाध्यक्ष

-शिमला से रूपा शर्मा सक्षम गुड़िया बोर्ड की उपाध्यक्ष

-कांगड़ा से मनोहर धीमान जीआइसी के उपाध्यक्ष

-सोलन के दर्शन सैनी हिमाचल जल बोर्ड के उपाध्यक्ष

-सिरमौर से बलदेव तोमर खाद्य एवं आपूर्ति निगम के उपाध्यक्ष

-कुल्लू से राम सिंह एचपीएमसी के उपाध्यक्ष

-शिमला से गणेश दत्त हिमफेड के अध्यक्ष


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