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रद हो सकता कूड़ा उठाने वाली कंपनी का एग्रीमेंट

जागरण संवाददाता, शिमला : सैहब सोसायटी की कर्मचारियों की बार-बार हड़ताल से तंग आकर पाच व

By JagranEdited By: Published: Sun, 21 Oct 2018 07:04 PM (IST)Updated: Sun, 21 Oct 2018 07:04 PM (IST)
रद हो सकता कूड़ा उठाने 
वाली कंपनी का एग्रीमेंट
रद हो सकता कूड़ा उठाने वाली कंपनी का एग्रीमेंट

जागरण संवाददाता, शिमला : सैहब सोसायटी की कर्मचारियों की बार-बार हड़ताल से तंग आकर पाच वार्डो में सफाई के काम को आउटसोर्स पर काम करने वाली कंपनी का एग्रीमेंट रद हो सकता है।

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विदेश दौरे से लौटे नगर निगम शिमला के आयुक्त पंकज राय ने रविवार को उन वार्डो की सफाई व्यवस्था का निरीक्षण किया। जहां पर आउटसोर्स कंपनी के कर्मचारी कूड़ा उठा रहे हैं। लेकिन निरीक्षण में पाया कि वार्डो में सफाई व्यवस्था ठीक नहीं हो रही है। ऐसे में कंपनी का एग्रीमेंट रद करने की तैयारी नगर निगम करने ने कर दी है। सोमवार को नगर निगम आयुक्त ने ठेकेदार के साथ बैठक रखी है। अगर कोई समाधान नहीं निकला तो एग्रीमेंट रद करने को लेकर मामला सदन की मंजूरी के रखा जाएगा।

आउटसोर्स किए गए पाच वाडरें में से टूटीकंडी वार्ड में से कुछ दिन पहले ही काम वापस लेकर सैहब सोसायटी को दिया गया है। वहीं शेष बचे चार वार्डो में भी स्थिति सही नहीं है। चारों वार्डो में कई दिनों से कूड़ा नहीं उठा है और कंपनी के गारबेज कलेक्टर सैलरी न मिलने के चलते काम बंद करके बैठे हैं। ऐसे में अब इन चार वार्डो में सफाई व्यवस्था चरमरा गई है। हालाकि कुछ क्षेत्रों में छूटपुट गारबेज कलेक्टर जा रहे हैं। सैलरी न मिलने से नाराज कुछ कर्मचारियों ने नगर निगम के पास बात रखी थी और कंपनी के मालिक को दो दिन में मामला सुलझाने के लिए कहा था। बावजूद इसके मामला अभी तक नहीं सुलझा है और लोगों के घरों से कूड़ा नहीं उठ रहा है। निगम प्रशासन की ओर से दो दिन के अल्टीमेटम के बाद कंपनी मालिक को दिया था। लेकिन फिर ठेकेदार व्यवस्था को ठीक नहीं कर पा रहा है।

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विवादों से घिरा रहा है मामला

जब से निगम प्रशासन ने पाच वाडरें में डोर-टू-डोर गारबेज कलेक्टशन का काम ठेके पर दिया है तब से लेकर इसमें कई विवाद उठ चुके हैं। रोहिंग्या को लेकर भी निगम प्रशासन के उपर गंभीर आरोप लग चुके हैं। ऐसे में एक बार फिर कर्मचारियों को सैलरी न देने को लेकर ठेकेदार और निगम प्रशासन के उपर सवाल उठना शुरू हो गए हैं। इतना ही नहीं जिन वाडरें को आउटसोर्स किया गया है उनके पार्षद भी इस व्यवस्था से ज्यादा खुश नहीं हैं। इसी के चलते एक माह के बाद ही टुटीकंडी वार्ड के पार्षद आनंद कौशल ने इस व्यवस्था को खत्म करके सैहब को काम दिलवाया है।

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मैंने वार्डो का दौरा किया है। लेकिन स्थिति सही नहीं है। सोमवार को बैठक रखी है। इसमें अंतिम फैसला लिया जाएगा।

पंकज राय, आयुक्त, नगर निगम, शिमला।


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