वनों को आग से बचाने के लिए जागरूक किए जाएंगे लोग
गर्मियों के आने से पहले प्रदेश के वनों को आग से बचाने के लिए लिए कवायद शुरू हो गई है। वनों को आग से बचाने को लेकर लोगों को जागरूक किया गया जाएगा। इसे लेकर प्रदेश सकरार की ओर वन प्रचार टीमें गठित की गई हैं। मुख्य सचिव बीके अग्रवाल ने शुक्रवार को सचिवालय से प्रदेश में नौ दिनों तक चलने वाले वन अग्नि सुरक्षा अभियान का शुभारंभ किया। उन्होंने वन प्रचार टीमों के वाहनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस मौके पर मुख्य सचिव ने कहा कि अभियान के दौरान वन प्रचार टीमे विभिन्न चार रूटों में जाकर प्रदेश की जनता को आग से वनों की सुरक्षा के प्रति जागरूक करेगी। प्रदेश के 64 वन रेंजों में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
राज्य ब्यूरो, शिमला : गर्मी की शुरुआत से पहले ही हिमाचल में वनों को आग से बचाने के लिए कवायद शुरू हो गई है। इसके लिए लोगों को जागरूक किया जाएगा। इस संबंध में प्रदेश सकरार की ओर से वन प्रचार टीमें बनाई गई हैं। मुख्य सचिव बीके अग्रवाल ने शुक्रवार को प्रदेश सचिवालय शिमला से प्रदेश में नौ दिन तक चलने वाले वन अग्नि सुरक्षा अभियान का शुभारंभ किया।
उन्होंने वन प्रचार टीमों के वाहनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। उन्होंने कहा कि अभियान के दौरान वन प्रचार टीमें चार रूटों में जाकर जनता को आग से वनों की सुरक्षा के प्रति जागरूक करेंगी। प्रदेश की 64 वन रेंजों में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। नुक्कड़ नाटक, प्रदर्शनियों तथा प्रचार सामग्री के माध्यम से वनों में लगने वाली आग की रोकथाम की जानकारी दी जाएगी। वनों में आग की घटनाओं को रोकने के लिए स्थानीय समुदायों, गैरसरकारी संगठनों तथा संबधित विभागों को वन अग्निशमन बल में शामिल किया जाएगा। प्रदेश में त्वरित वन अग्निशमन बल के 13500 सदस्य हैं। इसके अतिरिक्त 80 संवेदनशील वन क्षेत्रों में वन अधिकारियों तथा विषय विशेषज्ञों द्वारा आम लोगों के साथ विचार विमर्श किया जाएगा। उन्होंने लोगों से अपील की है कि वे वनों में लगने वाली आग की रोकथाम में सक्रिय सहयोग दें ताकि प्राकृतिक संपदा तथा जान-माल को होने वाले नुकसान को रोका जा सके। इस दौरान प्रधान मुख्य अरण्यपाल अजय कुमार, वन बल प्रमुख राकेश सूद, अतिरिक्त प्रधान मुख्य अरण्यपाल (वित्त) संजय सूद तथा वन विभाग के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।