मंडियों में अनियमितता पर नजर रखेंगे फ्लाइंग स्क्वाड
जिले में सेब सीजन शुरू हो चुका है।
जागरण संवाददाता, शिमला : जिले में सेब सीजन शुरू हो चुका है। छोटी व बड़ी फल मंडियों में सेब की खेप पहुंचना शुरू भी हो चुकी है। ऐसे में एपीएमसी (एग्रीकल्चरल प्रोड्यूस मार्केट कमेटी) शिमला व किन्नौर की ओर से मंडियों में में फ्लाइंग स्क्वाड बागवानों के उत्पाद बेचने में होने वाली अनियमितताओ पर नजर रखेगा।
एपीएमसी पहली बार मंडियों में फ्लाइंग स्क्वाड उतारेगी, जोकि मंडियों में खरीद फरोख्त व्यवस्था का निरीक्षण करेगी। फ्लाइंग स्क्वाड में एपीएमसी के चार से पांच अधिकारी रहेंगे जोकि विभिन्न मंडियों में रोजाना निरीक्षण करेंगे। एपीएमसी के अध्यक्ष नरेश शर्मा ने बताया कि एपीएमसी की ओर से बागवानों को बेहतरीन सुविधा देने के लिए फ्लाइंग स्क्वाड बनाया जाएगा। साथ ही यह सुनिश्चित किया जाएगा कि बिना पांच दिन के क्वारंटाइन किए लदानी मंडियों में तो नहीं आ रहा है। वहीं माल की लोडिग व अनलोडिग कर रहे मजदूर आपस में उचित शारीरिक दूरी का पालन कर रहे हैं या नहीं, इसका ध्यान रखा जाएगा। सेब तोड़ने में जल्दबाजी न करें बागवान
एपीएमसी की ओर से बागवानों से अपील की गई है कि बागवान बेहतरीन दाम के चक्कर में सेब तोड़ने में जल्दबाजी न करें। सेब में जल्दी कलर लाने के लिए अतिरिक्त स्प्रे भी न करें। उसमें प्राकृतिक तौर से कलर आने दें। बागवानों को पूरे सीजन में बेहतरीन दाम देने के लिए एमपीएमसी की ओर से विशेष प्रयास किए जा रहे हैं। इसके अलावा मंडियों में पहुंचने वाले लदानी, आढ़ती और बागवानों की सुरक्षा के लिए सभी मंडियों में सैनिटाइजेशन की व्यवस्था है। वहीं जिला प्रशासन के निर्देशानुसार मंडियों में आने वाले लदानी को पांच दिन का क्वारंटाइन समय पूरा करना होगा। कोरोना के लक्षण दिखने पर उसका टेस्ट लिया जा रहा है। रिपोर्ट नेगेटिव आने पर ही उसे मंडियों में पहुंचने की अनुमति होगी। लदानियों को संस्थागत क्वारंटाइन करने के लिए एपीएमसी की ओर से होटलों की लिस्ट प्रशासन को दे दी गई है। सेब के अलावा मंडी में पहुंच रहे नाशपाती, पलम और शक्करपारा
शिमला की विभिन्न मंडियों में इन दिनों सेब के अलावा नाशपाती, पलम और शक्करपारा की खेप भी पहुंच रही है। बाहरी राज्यों जैसे दिल्ली, गुजरात, महाराष्ट्र, चेन्नई, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और अन्य कई राज्यों से लदानी मंडियों में फलों की खरीद के लिए पहुंच रहे हैं।