चिनाब नदी पर प्रस्तावित पांच परियोजनाएं रद
प्रदेश सरकार ने चिनाब नदी पर बनने वाली पांच परियोजनाओं को रद कर दिया है।
राज्य ब्यूरो, शिमला : प्रदेश सरकार ने चिनाब नदी पर बनने वाली पांच परियोजनाओं को रद कर दिया है। चिनाब नदी पर तीन हजार मेगावाट बिजली उत्पादन की संभावनाएं हैं। इन परियोजनाओं को अब बाद में आवंटित किया जाएगा। इस संबंध में सरकार विद्युत परियोजनाओं को रियायतें भी प्रदान करेगी। वहीं सरकार अगस्त में सतलुज जलविद्युत निगम लिमिटेड (एसजेवीएन) के साथ जलविद्युत परियोजनाओं को लेकर पांच समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर करेगी। एसजेवीएन के साथ लुहरी चरण-1 की 210 मेगावाट, सुन्नी डेम 382 मेगावाट, धौलासिद्ध 66 मेगावाट, लुहरी चरण-2 की 172 मेगावाट और जांगी थोपन की 780 मेगावाट की परियोजनाओं में एमओयू किया जाएगा।
यह जानकारी मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने शनिवार को प्रदेश में जलविद्युत परियोजनाओं के कार्यो की प्रगति समीक्षा और निवेश पर विचार विमर्श करने के लिए आयोजित उच्चस्तरीय बैठक की अध्यक्षता करते हुए कही। उन्होंने कहा कि सरकार प्रदेश में जलविद्युत क्षमता के तीव्र दोहन के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है। यही वजह है कि इस क्षेत्र में निजी निवेश को भी बढ़ावा दिया जा रहा है। प्रदेश में ऊर्जा परियोजनाओं के कार्यान्वयन को तेज करने के प्रयास जारी हैं। इन पांच परियोजनाओं में 15 हजार करोड़ रुपये के निवेश और आठ हजार लोगों को रोजगार देने की क्षमता है। इन सब बातों को ध्यान में रखते हुए परियोजनाओं के निर्माण कार्य को शीघ्र पूरा करने के प्रयास किए जाएंगे। इस अवसर पर प्रधान सचिव बहुउद्देश्यीय परियोजनाएं एवं ऊर्जा प्रबोध सक्सेना, एसजेवीएन के चैयरमेन एवं महाप्रबंधक नंदलाल शर्मा, ऊर्जा निदेशक मानसी सहाय और अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।