ये जीवनसाथी..कोरोना की जंग में भी साथ
देश भर में लोग कोरोना से डर से घर में है। ठीक भी है कोरोना को हराना है तो घर में रह कर ही जंग जीती जा सकती है लेकिन शहर में कुछ लोग ऐसे भी है जो लगातार कोरोना से जंग बाहर रहकर लड़ रहे हैं।
जागरण संवाददाता, शिमला : कोरोना को हराना है तो घर में रह कर ही जंग जीती जा सकती है, लेकिन शहर में कुछ लोग ऐसे भी हैं जो कोरोना से जंग बाहर रहकर लड़ रहे हैं। राजधानी शिमला के डीएसपी ट्रैफिक कमल वर्मा और उनकी पत्नी विजया वर्मा सड़क पर सेवाएं दे रहे हैं। सुबह आठ या साढे़ आठ बजे पति-पत्नी घर से निकल जाते हैं। कमल वर्मा आज-कल शहर में कोई वाहन बिना पास प्रवेश न कर पाए, ये जिम्मा संभाल रहे हैं। वहीं, उनकी पत्नी विजया वर्मा को लोगों को अच्छी गुणवत्ता की खाद्य सामग्री मिले और ज्यादा वसूली न हो, इस पर नजर रखनी है। विजया खाद्य सुरक्षा एवं विनियमन अधिकारी हैं।
नाके पर कमल वर्मा को वाहनों का कई बार निरीक्षण करना पड़ता है। शाम छह से सात बजे तक यही रूटीन रहता है। इसके बाद घर जाने से पहले सभी नाकों पर कौन ड्यूटी देगा, इसका रोस्टर बनाना होता है। इसी तरह उनकी पत्नी शहर के मुख्य बाजारों से लेकर उपनगरों के बाजार में सेवाएं दे रही हैं। हालांकि जिला प्रशासन से लेकर स्वास्थ्य विभाग, पुलिस अधिकारी और कर्मचारी लगातार ड्यूटी दे रहे हैं। इसके बावजूद पति-पत्नी दोनों इसी काम में जुटे हैं, ऐसे परिवार कम हैं। इन दोनों का कहना है कि जब सेवाएं ज्वाइन की हैं तो इसमें काम को किसी भी स्थिति में करना होता है। इसी सोच से पहले दिन से लेकर अभी तक सेवाएं दे रहे हैं।