सात यात्रियों को लेकर लौटी स्पेशल ट्रेन
जागरण संवाददाता शिमला कालका-शिमला हेरिटेज रेलवे ट्रैक पर सात यात्रियों को लेकर स्पेशल
जागरण संवाददाता, शिमला : कालका-शिमला हेरिटेज रेलवे ट्रैक पर सात यात्रियों को लेकर स्पेशल ट्रेन कालका लौटी। ट्रेन सुबह 10:40 बजे शिमला से कालका के लिए रवाना हुई। वीरवार को स्टेशन पर सात यात्री पहुंचे तो उन्हें सैनिटाइज करवाकर बैठने की अनुमति दी गई। साथ में आए लोगों को स्टेशन में आने से रोका गया।
कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए रेलवे प्रबंधन ने फैसला लिया है कि यात्रियों के अलावा स्टेशन पर अन्य लोगों का प्रवेश नहीं होगा। यात्रियों के लिए गेट पर थर्मल स्कैनिग की व्यवस्था की गई है। वहीं आवाजाही करने वाले यात्रियों का नाम व पता रजिस्टर पर पंजीकृत किया जा रहा है।
रेलवे स्टेशन के स्टेशन अधीक्षक प्रिस सेठी ने बताया कि ट्रेन संचालन के पहले दिन जहां एक भी यात्री शिमला नहीं पहुंचा वहीं दूसरे दिन सात यात्रियों ने बुकिग करवाई थी। इसके अलावा वीरवार को कालका से शाम के समय पहुंची ट्रेन में 21 यात्री शिमला पहुंचे हैं। उन्होंने कहा कि धीरे-धीरे लोगों का रुझान बढ़ेगा और उम्मीद है कि जल्द ही ट्रेन में लोगों की आवाजाही बढ़ेगी। रोमांच से भरा है सफर
पर्यटक शिमला-कालका हेरिटेज ट्रैक के सफर को बेहद पसंद करते हैं, क्योंकि यहां पर वे प्रकृति से रूबरू होते हैं। हरे-भरे पहाड़ व ठंडी हवाएं पर्यटकों को रोमांचित करती हैं। सात महीने से कोरोना के कारण लगे लाकडाउन की वजह से यात्री ट्रेन बंद थी। त्योहारी सीजन को देखते हुए दोबारा ट्रेन का संचालन किया है। साथ ही अन्य राज्यों के पर्यटक ट्रेन के सफर को अधिक सुविधाजनक मानते हैं, इसलिए आशा है कि आने वाले समय में ट्रेन में भीड़ रहेगी। मौजूदा समय में दिल्ली, हरियाणा और पंजाब से ही पर्यटक शिमला घूमने पहुंच रहे हैं। सफर कम होने की वजह से ऐसे पर्यटक बस या फिर निजी वाहनों का इस्तेमाल करके शिमला पहुंच रहे हैं। यूनेस्को धरोहर में शामिल है कालका-शिमला रेलवे ट्रैक
कालका-शिमला ट्रैक को 2008 में यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में शामिल किया गया था। रेलवे के अनुसार, हरियाणा के कालका से शिमला तक 96 किलोमीटर लंबी रेलवे लाइन में 102 सुरंगें, 988 पुल और 925 कर्व हैं, जहां से ट्रेन गुजरती है। बड़ोग के पास सबसे लंबी सुरंग 1143 मीटर लंबी है।