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2600 एसएमसी शिक्षकों को मिल गया सेवाविस्तार

एसएमसी शिक्षकों के सेवा विस्तार का रास्ता साफ हो गया है। चुनाव आयोग ने प्रदेश सरकार को एसएमसी शिक्षकों के सेवाविस्तार को मंजूरी दे दी है।

By JagranEdited By: Published: Wed, 20 Mar 2019 09:29 PM (IST)Updated: Wed, 20 Mar 2019 09:29 PM (IST)
2600 एसएमसी शिक्षकों 
को मिल गया सेवाविस्तार
2600 एसएमसी शिक्षकों को मिल गया सेवाविस्तार

राज्य ब्यूरो, शिमला : प्रदेश में स्कूल प्रबंधन समिति (एसएमसी) के तहत तैनात शिक्षकों के सेवाविस्तार का रास्ता साफ हो गया है। चुनाव आयोग ने प्रदेश सरकार को एसएमसी शिक्षकों के सेवाविस्तार को मंजूरी दे दी है। प्रदेश के शीतकालीन व ग्रीष्मकालीन स्कूलों में 2600 एसएमसी शिक्षक सेवाएं दे रहे थे।

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शीतकालीन स्कूलों में नियुक्त 1800 एसएमसी शिक्षकों के साथ प्रदेश सरकार का करार गत वर्ष 31 दिसंबर को खत्म हो गया था। इसके बाद से इन एसएमसी शिक्षकों ने स्कूलों में जाना बंद कर दिया था। वहीं, ग्रीष्मकालीन स्कूलों में तैनात 800 शिक्षकों के साथ करार 31 मार्च को खत्म होना था। आचार संहिता के कारण यह मामला लटक गया था। शिक्षा विभाग ने इन शिक्षकों के सेवाविस्तार मामले में चुनाव आयोग को मंजूरी के लिए फाइल भेजी थी। इसे मंजूरी मिल गई है। इसके बाद विभाग आगामी प्रक्रिया पूरी करने में जुट गया है। बताया जा रहा है कि एसएमसी शिक्षकों के सेवाविस्तार की अधिसूचना जल्द जारी कर दी जाएगी। इसके तहत एसएमसी शिक्षकों को एक साल का सेवाविस्तार मिलेगा। एसएमसी पीरियड बेसिस संघ के अध्यक्ष मनोज रौंगटा ने बताया कि 1800 शिक्षकों में 1000 सीएंडवी, 600 टीजीटी और 200 जेबीटी शिक्षकों का सेवाविस्तार समाप्त हो गया था। शिक्षा विभाग के अधिकारियों के अनुसार एसएमसी शिक्षकों के लिए प्रदेश सरकार ने नया प्रस्ताव भेजा था। इसके तहत बार-बार सेवाविस्तार की मंजूरी से बचने के लिए एसएमसी शिक्षक को तब तक स्कूल में तैनात रहने दिया जाना था जब तक कि उस स्कूल में रिक्त पद पर किसी नियमित शिक्षक की तैनाती न हो जाए।


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