हिमाचल में बिजली 20 पैसे महंगी
हिमाचल प्रदेश में बिजली के दाम बढ़ा दिए गए हैं। प्रति माह 125 यूनिट से अधिक बिजली खर्च की तो 20 पैसे प्रति यूनिट अधिक दाम देने होंगे।
-प्रति माह 125 यूनिट से अधिक बिजली खपत करते ही बढ़ेंगे दाम
-पहली अप्रैल से आदेश लागू, बिजली पर दी जा रही सब्सिडी भी बढ़ाई
-अस्पतालों व सरकारी संस्थानों में बिजली के दाम डेढ़ फीसद बढ़े
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राज्य ब्यूरो, शिमला : हिमाचल प्रदेश में पहली अप्रैल से बिजली के दाम गुपचुप बढ़ा दिए गए। इस संबंध में विद्युत नियामक आयोग ने अधिसूचना मई में जारी की है। अब उपभोक्ताओं द्वारा प्रति माह 125 यूनिट से अधिक बिजली खपत करते ही उन्हें 20 पैसे प्रति यूनिट अधिक दाम चुकाने होंगे। इसके अलावा बिजली पर दी जा रही सब्सिडी को भी बढ़ा दिया गया है।
अस्पतालों व सरकारी संस्थानों में बिजली के दाम को डेढ़ फीसद जबकि पीने के पानी के पंपों के लिए बिजली के दाम को तीन फीसद बढ़ाया गया है। इससे कम बिजली खर्च करने वाले उपभोक्ताओं को भले ही राहत मिली है लेकिन अन्य सभी उपभोक्ताओं को 20 पैसे प्रति यूनिट महंगे दाम पर बिजली मिलेगी। नई दरों को पहली अप्रैल से लागू कर दिया गया है जो नए बिलों में जुड़कर आएंगी। बढ़े हुए बिजली के दाम से राज्य बिजली बोर्ड को वित्त वर्ष 2018-19 के लिए 138 करोड़ रुपये का अतिरिक्त राजस्व प्राप्त होगा। नए उद्योगों व बीते वर्ष से अधिक बिजली खर्चने वाले उद्योगों को 10 फीसद निशुल्क बिजली प्रदान की जाएगी। प्रदेश बिजली बोर्ड ने अपने घाटे को दूर करने के लिए बिजली के दाम को 26 फीसद बढ़ाने की मांग की थी। इस मांग को खारिज करते हुए विद्युत नियामक आयोग ने बिजली के दाम को डेढ़ से तीन फीसद तक बढ़ा दिया है। सरकार द्वारा सब्सिडी को 400 करोड़ से 475 करोड़ रुपये किए जाने से सब्सिडी के दामों को भी बढ़ाया गया है। प्रदेश बिजली बोर्ड ने 1800 करोड़ रुपये की भरपाई के लिए विद्युत नियामक आयोग के समक्ष बिजली के दामों को बढ़ाने का प्रस्ताव दिया था। राज्य बिजली बोर्ड ने वित्तीय वर्ष 2018-19 के लिए अपना खर्च 6954.71 करोड़ रुपये दर्शाया है। होम स्टे, ब्रेड व ब्रेकफास्ट बनाने वाले दुकानदारों व हेरिटेज होटलों को घरेलू की श्रेणी में लाया गया है।
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60 यूनिट तक दाम व सब्सिडी बराबर बढ़ी
प्रदेश में 60 यूनिट तक बिजली के दाम 45 पैसे प्रति यूनिट बढ़ाने के साथ सब्सिडी भी 45 पैसे प्रति यूनिट बढ़ाई गई है। वहीं, 125 यूनिट तक हर माह बिजली खर्चने वालों के दाम को 20 पैसे प्रति यूनिट बढ़ाने के साथ 20 पैसे प्रति यूनिट की सब्सिडी दी गई है। इसके अलावा हर माह 126 यूनिट से अधिक बिजली खर्च करने वालों के लिए बिजली के दाम 40 पैसे बढ़ाने के साथ सब्सिडी को 20 पैसे प्रति यूनिट बढ़ाया गया है।
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उपभोक्ता,यूनिट,पुरानी दर,नई दर पहले सब्सिडी अब सब्सिडी सब्सिडी के बाद नए दाम
बीपीएल व कम खर्च,0-60,2.85,3.30,1.85,2.30,1.00
अन्य,0-125,3.70,3.90,2.20,2.40,1.50
अन्य,126-300,4.40,4.80,1.70,1.90,2.90
300 से अधिक,4.95,5.40,0.75,1.05,4.35
प्रीपेड उपभोक्ता,4.40,4.80,1.70,1.90,2.90
(दर व सब्सिडी रुपये प्रति यूनिट)
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बिजली के बढ़े दाम
उद्योग,1.5
स्कूल, सरकारी संस्थान व अस्पताल,1.5
व्यावसायिक,2.5
पेयजल आपूर्ति सप्लाई,3.0
(दाम फीसद में)
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बिजली गुल हुई तो 50 रुपये से 7500 रुपये तक जुर्माना
बिजली गुल होने और तुरंत रिस्टोर न करने पर अब 50 रुपये प्रति घंटे से लेकर 7500 रुपये प्रति घंटा तक जुर्माना बिजली बोर्ड पर लगाने का प्रावधान है। विद्युत नियामक आयोग को शिकायत करने पर इस संबंध में सुनवाई के दौरान यह जुर्माना लगाया गया है। चौबीस घंटे बिजली की आपूर्ति सुनिश्चित बनाने के निर्देश जारी किए गए हैं।