भावानगर 16 घंटे से अंधेरे में डूबा हुआ
किन्नौर जिले के भावानगर और आसपास के क्षेत्र में 16 घंटे से अधिक समय तक बिजली सेवा पूरी तरह बाधित रही। इससे क्षेत्र के लोगों को बिजली समस्या से जूझना पड़ा। बताया जा रहा है कि शुक्रवार देर रात
संवाद सूत्र, भावानगर : किन्नौर जिले के भावानगर और आसपास के क्षेत्र में 16 घंटे से अधिक समय तक बिजली आपूर्ति ठप होने से लोगों को परेशानी झेलनी पड़ रही है। शुक्रवार देररात 12 बजे के करीब निगुलसरी और चौरा के मध्य पहाड़ी से पत्थर खिसकने के कारण बिजली की हाई टेंशन तार टूट गई थी। उसके बाद क्षेत्र में बिजली गुल है। इससे चौरा, निगुलसरी, रूपी, छोटा कंबा, बड़ा कंबा सहित अनेकों गांव में बिजली की सप्लाई ठप हो गई। सर्दी में खास कर क्षेत्र में क्वार्टर लेकर रहे लोगों को मुश्किलों का सामना करना पड़ा। विद्युत आपूर्ति बाधित होने से सरकारी कार्यालयों में कार्य भी प्रभावित हुआ। इससे दूरदराज क्षेत्र से आए लोगों को बिना काम हुए वापिस लौटना पड़ा।
निचार के खंड के कई गांव में बिजली कट लगना आम बात हो गई है। नाथपा में भूस्खलन शुरू होने के बाद 22 केवी लाइन से बिजली सेवा बाधित हो रही है। उसके बाद बिजली बोर्ड द्वारा ज्यूरी से बैक फिड कर भावानगर और आसपास के क्षेत्र में बिजली सप्लाई दी गई थी लेकिन शुक्रवार रात को चौरा के निकट आई चट्टान ने ज्यूरी से बैक फिड कर जिस लाइन से फिलहाल के लिए बिजली सप्लाई दी गई थी, उसे तोड़ कर रख दिया है।
राज्य बिजली बोर्ड के कर्मचारियों को बेहद विकट पहाड़ी होने के चलते इस हाई टेंशन तार को जोड़ने में कई घंटे लगे। क्वार्टरों में रह रहे बाहरी क्षेत्र के लोग हिटर जलाकर सर्दी का समय निकालते है। ऐसे में बिजली सप्लाई ठप होने से लोगों को ठंड में और अधिक ठिठुरना पड़ रहा है।
बिजली बोर्ड के सहायक अभियंता जितेश नेगी ने कहा कि पहाड़ी से पत्थर खिसकने के कारण चौरा के पास बिजली सप्लाई की हाईटेंशन तार टूट गई थी। शनिवार सायं बिजली सप्लाई बहाल कर दी गई है।