पहले दिन आधे से भी कम विद्यार्थी स्कूल पहुंचे
प्रदेश में करीब चार माह बाद सोमवार को स्कूल खुले। दसवीं से जमा दा
जागरण संवाददाता, शिमला : प्रदेश में करीब चार माह बाद सोमवार को स्कूल खुले। दसवीं से जमा दो तक की नियमित कक्षाएं शुरू हो गई हैं। हालांकि पहले दिन आधे से भी कम विद्यार्थी स्कूल पहुंचे। शहरी क्षेत्रों के मुकाबले ग्रामीण क्षेत्रों में कक्षाएं लगाने के लिए विद्यार्थियों में अधिक उत्साह देखा गया। ग्रामीण क्षेत्रों के स्कूलों में पांचवीं और आठवीं कक्षा के विद्यार्थी भी परामर्श के लिए स्कूल पहुंचे। 15 अप्रैल को जमा दो कक्षा की वार्षिक परीक्षा हुई थी। इसके बाद कोरोना के मामले बढ़ने पर सभी शिक्षण संस्थानों को बंद कर दिया था।
सोमवार को कोरोना के खतरे को देखते हुए स्कूलों में मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) का पूरी तरह से पालन किया गया। कक्षाओं में आने के लिए अलग-अलग समय निर्धारित किया गया है। छुट्टी होने पर भी यही व्यवस्था है। दोपहर को भोजन अवकाश भी अलग-अलग हुआ। न तो प्रार्थना सभा हुई न ही खेल गतिविधि। शारीरिक दूरी के नियम का पालन करने के लिए सीटिग प्लान और टाइम टेबल में बदलाव किया गया है। विद्यार्थी लंबे समय के बाद सहपाठियों से मिले, लेकिन दूर से ही हालचाल जाना। गेट पर थर्मल स्कैनिंग के बाद ही शिक्षक, गैर शिक्षक और विद्यार्थी स्कूल के अंदर आ सके। बिना मास्क परिसर में प्रवेश वर्जित है।
------
व्यवस्था देखने लालपानी स्कूल पहुंचे शिक्षा मंत्री
शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर दिन में 11 बजे राजकीय छात्र वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला लालपानी शिमला पहुंचे। यहां पर उन्होंने व्यवस्था का जायजा लिया।इस दौरान वह कक्षाओं में गए और बच्चों से बातचीत की। उन्होंने स्कूल प्रधानाचार्य से भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि स्कूल में साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखा जाए और एसओपी का पूरी तरह पालन किया जाए। शिक्षा मंत्री ने बच्चों से कोरोना काल में आनलाइन पढ़ाई के अनुभव के बारे में पूछा।
-----
कोरोना समन्वय समिति ने किया औचक निरीक्षण
जिला स्तर पर गठित कोरोना समन्वय समितियों ने स्कूलों में औचक निरीक्षण किया। एसओपी के अलावा अन्य सुविधाओं को भी जांचा गया। यह रिकार्ड रोजाना शिक्षा निदेशालय को भेजना होगा। शिमला में लक्कड़ बाजार स्कूल, ठियोग और कुफरी स्कूल का निरीक्षण किया गया।
-----
वर्दी हो गई छोटी
लंबे समय के बाद स्कूल में नियमित कक्षाएं शुरू हुई हैं। सरकार ने बच्चों को जो वर्दी दी है वह भी छोटी पड़ गई है। स्कूलों में आए विद्यार्थियों ने इसकी शिकायत भी की। शिक्षा विभाग का कहना है कि सरकार ने वर्दी की खरीद का जिम्मा खाद्य आपूर्ति निगम को सौंपा है। जल्द ही वर्दी खरीद की प्रक्रिया पूरी कर बांट दी जाएगी।
-------
कहां कितने फीसद विद्यार्थी आए
जिला,विद्यार्थी
सिरमौर,46 फीसद
हमीरपुर,65 फीसद
बिलासपुर,53 फीसद
कांगड़ा,45 फीसद
चंबा,25 फीसद
कुल्लू,44 फीसद
मंडी,23 फीसद
सोलन,45 फीसद
ऊना,64 फीसद