सूखे ने नम किए किसान के अरमान
राज्य ब्यूरो शिमला हिमाचल प्रदेश में सूखे ने किसानों के अरमान नम दिए हैं। पिछले चालीस दिनों
राज्य ब्यूरो, शिमला : हिमाचल प्रदेश में सूखे ने किसानों के अरमान नम दिए हैं। पिछले चालीस दिनों के सूखे से रबी की अगेती बिजाई प्रभावित हुई है। कृषि वैज्ञानिकों के अनुसार आगामी दस दिन तक बारिश नहीं हुई तो उत्पादन प्रभावित होगा। इसका सबसे अधिक असर सब्जियों पर होगा। लगातार सूखे से मटर की अगेती किस्मों आजाद और अकल की बिजाई का काम नहीं हो सका है। जबकि इनकी बिजाई का काम 15 अक्टूबर तक पूरा हो जाता है।
प्रदेश में रबी की फसलों की बिजाई चार लाख हेक्टेयर से अधिक क्षेत्र में की जाती है। इसमें से मात्र 1.10 लाख हेक्टेयर क्षेत्र ही सिंचित के अधीन आता है, जिसमें अगेती किस्मों की बिजाई का काम कर लिया गया है। नवंबर से सामान्य किस्म की बिजाई का काम शुरू होना है और मौसम विभाग ने आगामी 10 दिनों तक मौसम के साफ रहने की संभावना जताई है। ऐसे में हिमाचल प्रदेश में कृषि फसलों पर विपरीत प्रभाव पड़ सकता है।
खरीफ उत्पादन10 फीसद प्रभावित
मानसून के अंत में सूखा पड़ने से खरीफ की फसलें का उत्पादन 10 फीसद प्रभावित हुआ है। यही कारण है कि उस समय से चली आ रही सूखे की मार रबी पर भी पड़नी शुरू हो गई है।
सब्जियों की कास्ट कार्य लटका
प्रदेश में नगदी फसलों के तौर पर सब्जियों का उत्पादन होता है। इनकी कास्ट का कार्य 15 सितंबर से 20 अक्टूबर तक पूरा कर लिया जाता है। बारिश के नहीं होने से सब्जियों की कास्ट का कार्य भी लटका है। हालाकि जिन क्षेत्रों में लहसुन और प्याज की काश्त का कार्य होना है। वहा पर पनीरी तैयार की जा रही है।
रबी फसल
फसलें, क्षेत्र,लक्ष्य
गेहूं,3.60 लाख,6.72 लाख
जौ,19500,35300
चना,3500,4500
दालें,13000,46000
सब्जियां,30400,6.51लाख
आलू,3970,51610
(नोट : क्षेत्र हेक्टेयर व लक्ष्य टन में) 85 हजार क्विंटल गेहूं बीज की आवश्यकता
प्राकृतिक खेती को किसानों से खरीदा 50 हजार क्विंटल गेहूं बीज प्राकृतिक खेती के लिए कृषि विभाग ने पहली बार किसानों से ही सीधे 50 हजार क्विंटल गेहूं का बीज खरीदा है। प्रदेश में गेहूं की बिजाई के लिए 85 हजार क्विंटल गेहूं बीज की आवश्यकता होती है।
प्रदेश में सूखे से रबी फसलों की बिजाई प्रभावित हुई है। सबसे अधिक असर सब्जियों पर पड़ा है। आगामी 10 दिन तक बारिश नहीं होने की स्थिति में उत्पादन के प्रभावित होने की संभावना अधिक है।
-डा. एनके बधान, निदेशक कृषि विभाग। प्रदेश में आगामी 10 दिनतक बारिश की संभावना नहीं है। मौसम साफ रहेगा। हालाकि न्यूनतम तापमान में गिरावट आने की संभावना है।
-मनमोहन सिंह, निदेशक मौसम विभाग।