हिमाचल को नहीं बनने देंगे अपराधियों की शरणस्थली
अन्य राज्यों के आपराधिक तत्व हिमाचल में अशांति न फैला सकें इसके लिए सीमाओं पर सतर्कता बढ़ाने के साथ सुरक्षा को और पुख्ता किया जाएगा।
शिमला, राज्य ब्यूरो। हिमाचल की सीमाओं पर सतर्कता बढ़ाने के साथ सुरक्षा को और पुख्ता किया जाएगा जिससे अन्य राज्यों के आपराधिक तत्व देवभूमि हिमाचल में अशांति न फैला सकें। प्रवेशद्वारों पर चौकियों में स्टाफ को बढ़ाया जाएगा। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने विधानसभा में बताया कि पंजाब से ड्रग माफिया को खदेड़ने के बाद वह हिमाचल में शरण लेने के लिए घुसने लगा है। इसे रोकने के लिए सीमाओं पर सतर्कता को और पुख्ता किया जाएगा।
हिमाचल को ऐसे अपराधियों की शरणस्थली नहीं बनने देंगे। विधायक रामलाल ठाकुर के ध्यानाकर्षण प्रस्ताव के उत्तर में मुख्यमंत्री ने यह बात कही। नयनादेवी में पंजाब पुलिस और गैंगस्टरों के बीच हुई मुठभेड़ की जांच उपमंडलाधिकारी स्वारघाट को सौंपी गई है। नयनादेवी में 14 जुलाई को हुई वारदात को लेकरहिमाचल पुलिस ने समय पर कार्रवाई की और पंजाब पुलिस ने भी सूचना दी थी। इसके बाद नाकाबंदी की गई थी। पड़ोसी राज्यों के साथ होने वाली बैठक में भी ऐसे मामलों को रोकने के लिए इन्हें उठाया जाएगा। अन्य राज्यों से हिमाचल में प्रवेश करने वाली हर गाड़ी की जांच संभव नहीं है।
लेकिन सूचना मिलने पर संदिग्ध वाहनों की जांच की जाती है। इसके अलावा भी वाहनों को जांचा जाता है। नयनादेवी जैसी वारदात दोबारा न हो, इसके लिए पुख्ता इंतजाम किए जा रहे हैं। इससे पूर्व रामलाल ठाकुर ने नयनादेवी में पंजाब पुलिस और अपराधियों के बीच हुई झड़प व गोलीकांड के मामले को उठाते हुए हिमाचल पुलिस के सोए रहने की बात उठाई। जयराम ठाकुर ने पूरी घटना की जानकारी दी और उचित कार्रवाई किए जाने की बात कही।