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विश्वविद्यालय के हजारों छात्र पी रहे दूषित पानी

हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के हजारों छात्रों सहित समरहिल व टुटू यादगार की जनता दूषित पानी पीने के लिए मजबूर हो रही है। समरहिल के भंडारण टैंक से लिए गए सैंपल फेल हो गए हैं और टैंक का पानी पीने योग्य नहीं है। बावजूद इसके भी नगर निगम द्वारा लोगों के घरों में इसी पानी की सप्लाई की जा रही है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 23 Mar 2019 04:48 PM (IST)Updated: Sat, 23 Mar 2019 04:48 PM (IST)
विश्वविद्यालय के हजारों छात्र पी रहे दूषित पानी
विश्वविद्यालय के हजारों छात्र पी रहे दूषित पानी

जागरण संवाददाता, शिमला : हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के हजारों छात्रों सहित समरहिल व टुटू यादगार की जनता दूषित पानी पीने के लिए मजबूर है। समरहिल के भंडारण टैंक से लिए गए सैंपल फेल हो गए हैं। बावजूद इसके नगर निगम द्वारा लोगों के घरों में इसी पानी की सप्लाई की जा रही है। इससे शहर में महामारी फैलने की आशंका बढ़ गई है।

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नगर निगम प्रशासन कुंभकर्णी नींद सोया हुआ है। आइजीएमसी की माइक्रो बॉयोलाजी विभाग द्वारा लिए गए पानी के सैंपल फेल पाए गए हैं। सार्वजनिक नल समरहिल चौक से लिया गया सैंपल भी फेल हुआ है। इसके अलावा रिज टैंक तथा यादगार टैंक में भी सैंपल फेल हुए हैं। इससे पहले भी शिमला शहर के विभिन्न स्थानों से लिए गए सैंपल फेल हो चुके हैं। शहर के लोगों में दूषित पानी की सप्लाई की आशंका के चलते दहशत है। 2016 जैसे हालात शहर में पनपने लगे हैं। वर्ष 2016 में भी पानी के सैंपल फेल हुए थे और शहर में पीलिया फैल गया था और 30 लोगों को जान से हाथ धोना पड़ा था।

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चुनावी समर में शुद्ध पेयजल आपूर्ति रहता है मुद्दा

चुनावी समर में पानी मुख्य मुद्दा हमेशा रहा है। नतीजन लगभग हर नेता ने शुद्ध व साफ पानी मुहैया कराने का वादा किया और वोट लिया, लेकिन चुनाव के बाद नतीजा सिफर निकलता है।

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सामने आने लगे पीलिया के मामले

राजधानी शिमला में पीलिया के मामले सामने आने लगे हैं। रिपन अस्पताल सहित आइजीएमसी और शहर के अन्य निजी क्लीनिकों में शहर से पीलिया के मामले भी आ रहे हैं। इसके अलावा लोग झाड़ फूंक करने वालों के पास भी पीलिया झड़वाने के लिए पहुंच रहे हैं। लोगों का कहना है कि पानी दूषित है और दूषित पानी पीने से पीलिया फैल रहा है।

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नगर निगम भी कर चुका है एडवायजरी जारी

नगर निगम शिमला भी एडवायजरी जारी कर पानी को उबाल कर पीने की सलाह दे रहा है लेकिन शुद्ध पानी मुहैया करवाने में नगर निगम कामयाब नहीं है। महापौर कुसुम सदरेट का कहना है कि बदलते मौसम के कारण पानी के सैंपल फेल हो रहे हैं। लोगों से अपील है कि पानी उबाल कर पीएं और सावधानी बरतें।


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