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हिमाचल में डेंगू और स्क्रब टाइफस का कहर, ऐसे करें बचाव

हिमाचल में डेंगू और स्क्रब टाइफस का कहर जारी है। जिला प्रशासन सहित स्वास्थ्य विभाग इसकी रोकथाम के लिए पूरी तरह से विफल हो गया है।

By Sachin MishraEdited By: Published: Sun, 02 Sep 2018 03:55 PM (IST)Updated: Sun, 02 Sep 2018 03:55 PM (IST)
हिमाचल में डेंगू और स्क्रब टाइफस का कहर, ऐसे करें बचाव
हिमाचल में डेंगू और स्क्रब टाइफस का कहर, ऐसे करें बचाव

शिमला, रविंद्र शर्मा। हिमाचल प्रदेश में डेंगू बेकाबू होता जा रहा है। प्रदेश में डेंगू के मरीजों का इस साल का आंकड़ा 1892 के पार पहुंच गया है। एक की मौत हो चुकी है। जिला प्रशासन सहित स्वास्थ्य विभाग इसकी रोकथाम के लिए पूरी तरह से विफल हो गया है। दूसरी ओर, स्क्रब टाइफस बुखार ने भी अपने पांव पसारने शुरू कर दिए हैं। प्रदेश में अभी तक स्क्रब टाइफस के मरीजों का संख्या पौने तीन सौ पहुंच गई है। स्क्रब टाइफस से भी इस साल दो लोगों की मौत हो चुकी है।

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प्रदेश में अभी तक डेंगू के मरीजों का आंकड़ा 1892 पहुंच गया है। पिछले कुछ दिनों के दौरान डेंगू के मरीजों में काफी तेजी से इजाफा हुआ है। डेंगू की चपेट में सबसे अधिक बिलासपुर और सोलन के लोग चपेट में आ रहे हैं। इन दो जिलों में मरीजों की संख्या 1600 के पार पहुंच गई है। प्रदेश के अस्पतालों में अभी तक 5887 मरीजों के डेंगू टेस्ट किया गया है। डेंगू से 19 अगस्त को मंडी के एक व्यक्ति की मौत हो चुकी है।

बरसात के मौसम के आने के बाद प्रदेश में स्क्रब टाइफस बुखार ने रफ्तार पकड़ी है। प्रदेश भर में स्क्रब टाइफस बुखार के मरीजों का संख्या 400 को पार कर गई है। प्रदेश में अभी तक स्क्रब टाइफस के 5365 से अधिक लोगों के टेस्ट किए जा चुके हैं। इस साल प्रदेश में स्क्रब टाइफस बुखार से तीन की मौत हो चुकी है। जिसमें से मृतक चंबा का रहने वाला था, दूसरा शिमला का और तीसरा कांगड़ा का रहने वाला था ।

जानें, 31 अगस्त तक डेंगू के कहां कितने मरीज

जिला मरीज

बिलासपुर 865

सोलन 800

मंडी 147

कांगड़ा 30

हमीरपुर 3

सिरमौर 16

शिमला 25

ऊना 5

चंबा 1

डेंगू के लक्षण

-ठंड लगने के बाद अचानक तेज बुखार चढ़ना।

- सिर, मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द होना।

- आंखों के पिछले हिस्से में दर्द होना, जो आंखों को दबाने या हिलाने से और बढ़ जाता है ।

- बहुत ज्यादा कमजोरी लगनाए भूख न लगना और जी मितलाना और मुंह का स्वाद खराब होना।

- गले में हल्का दर्द होना ।

- शरीर खासकर चेहरे, गर्दन और छाती पर लाल या गुलाबी रंग के रैशेज होना।

डेंगू से बचाव

- घर के आसपास पानी खड़ा न होने दें।

- मरीज को मच्छरों से बचाने के लिए मच्छरदानी लगाएं।

- घरों में दरवाजे और खिड़कियों को बंद कर कर रखें।

- कूड़ेदान को साफ रखें।

- लक्षण दिखाई देने पर तुरंत डॉक्टर को दिखाएं।

स्क्रब टाइफस के कहां कितने मरीज

जिला मरीज

बिलासपुर 98

चंबा 13

हमीरपुर 72

कांगड़ा 39

कुल्लू 9

मंडी 33

शिमला 68

सिरमौर 22

सोलन 40

ऊना 12

स्क्रब टाइफस के लक्षण

-तेज बुखार जो 104 से 105 डिग्री तक जा सकता है।

-जोड़ों में दर्द व कंपकंपीके साथ बुखार।

-शरीर में ऐंठनए अकडऩ या शरीर टूटा हुआ लगना।

-अधिक संक्रमण में गर्दन, शरीर पर गिल्टियां होना।

स्क्रब टाइफस से सावधानियां

-अपने तन को कपड़ों से पूरा ढक कर रखें।

- शरीर की सफाई का विशेष ध्यान रखें।

-घर के चारों ओर घास व खरपतवार न उगने दें।

घर के आसपास सजावट के लिए लगे पौधों पर कीटनाशक दवा छिड़कें

-बुखार के लक्षण होते ही स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे।


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