शिमला में स्क्रब टायफस के बाद डेंगू की दस्तक
मरीजों के टेस्ट किये गए। इसमें ठियोग की 55 वर्षीय बिमला बिलासपुर की 23 वर्षी रीना ठाकुर स्क्रब से पीड़ित है। वहीं संजौली के 34 वर्षीय जगत डेंगू से ग्रस्त पाए गए हैं। इस सीजन में डेंगू का पहला मामला है। पीड़ित अस्पताल में उपचाराधीन है। आईजीएमसी के एमएस डॉ. जनक ने बताया कि अस्पताल में स्क्रब टायफस संबंधी सभी टेस्ट और दवाईयां मु
जागरण संवाददाता, शिमला : राजधानी शिमला में स्क्रब टायफस के बाद डेंगू ने दस्तक दे दी है। इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज (आइजीएमसी) एवं अस्पताल शिमला में संजौली निवासी 34 वर्षीय जगत डेंगू से पीडि़त पाए गए हैं। इस सीजन में डेंगू का यह पहला मामला है। जगत अस्पताल में उपचाराधीन हैं।
आइजीएमसी में आए दिन स्क्रब टायफस के कई मामले पॉजीटिव पाए जा रहे हैं। शनिवार को स्क्रब टायफस के लक्षणों वाले 31 लोगों के टेस्ट किए गए। इनमें से ठियोग की 55 वर्षीय बिमला व बिलासपुर की 23 वर्षीय रीना ठाकुर स्क्रब टायफस से पीड़ित पाई गई। आइजीएमसी के एमएस डॉ. जनकराज ने बताया कि अस्पताल में स्क्रब टायफस से संबंधित टेस्ट व दवाइयां मुफ्त उपलब्ध करवाई जा रही हैं। डेंगू का उपचार प्राथमिकता से हो रहा है। डेंगू के लक्षण
डेंगू मादा मच्छर के काटने से फैलता है। मच्छर के काटने के चार से सात दिन बाद डेंगू के लक्षण न•ार आते हैं। डेंगू का प्रमुख लक्षण तेज बुखार है। बदन टूटना, जोड़ों, मांसपेशियों, हड्डियों में दर्द, जी मचलाना व थकावट महसूस होना इसके लक्षण हैं।