दयाल प्यारी की नहीं हुई महेंद्र सिंह व सत्ती से मुलाकात
जिला परिषद सदस्य दयाल प्यारी ने वीरवार को निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर ना
राजन पुंडीर, नाहन
जिला परिषद सदस्य दयाल प्यारी ने वीरवार को निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर नामांकन वापस नहीं लिया। वीरवार सुबह सोलन के समीप ओच्छघाट के शगुन होटल में उनकी भाजपा चुनाव प्रभारी ठाकुर महेंद्र सिंह व प्रदेशाध्यक्ष सतपाल सत्ती से बातचीत होनी थी। हालांकि यह मुलाकात नहीं हो सकी। इसके बाद दयाल प्यारी ने समर्थकों सहित जटोली शिव मंदिर में माथा टेककर चुनाव प्रचार अभियान शुरू किया।
जटोली शिव मंदिर के बाद दयाल प्यारी अपने कुलदेवता एवं पच्छाद क्षेत्र के आराध्य देव भुरेश्वर महादेव के मंदिर पहुंचीं। वहां पूजा अर्जना करने के बाद समर्थकों सहित चुनाव की रणनीति बनाई। दोपहर करीब दो बजे भुरेश्वर महादेव मंदिर से निकलकर उन्होंने अपने जिला परिषद वार्ड बाग पशोग के पानवां गांव से चुनाव प्रचार शुरू किया। वहीं, राजगढ़ में एबीवीपी के छात्र नेता आशीष सिक्टा ने प्रदेश भाजपा महामंत्री चंद्रमोहन ठाकुर, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री राजीव सैजल व शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज की मौजूदगी में नामांकन वापस लिया। अब पच्छाद में तिकोना मुकाबला हो गया है। मुख्य मुकाबला कांग्रेस के जीआर मुसाफिर, भाजपा की रीना कश्यप व निर्दलीय दयाल प्यारी के बीच होगा। दो अन्य निर्दलीय पवन कुमार व सुरेंद्र पाल छिदा भी चुनाव मैदान में हैं। भाजपा उपचुनाव को जीतने के लिए पुरजोर कोशिश करेगी। वहीं, कांग्रेस व भाजपा से नाराज लोग भी दयाल प्यारी के समर्थन में आ गए हैं। पच्छाद में 43 प्रतिशत वोट अनुसूचित जाति के है। इनमें कोली बिरादरी के मतदाता 35 प्रतिशत हैं। अब देखना है कि कोली बिरादरी के वोट कौन सा प्रत्याशी अपनी ओर खीचने में कामयाब होता है।
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