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पांच साल में नियमित हों दिहाड़ीदार

दिहाड़ीदारों को पांच साल में नियमित किया जाए। यह मांग अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ की ¨सचाई एवं जन स्वास्थ्य विभाग की विभागीय इकाई ने उठाई है। इस संबंध में संगठन ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से मुलाकात की। प्रतिनिधिमंडल की अगुवाई अध्यक्ष एलडी चौहान ने की। इसमें सचिवालय चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी संघ के प्रधान टेकराम, महासचिव प्रहलाद गौतम, उपप्रधान

By JagranEdited By: Published: Fri, 18 Jan 2019 08:01 PM (IST)Updated: Fri, 18 Jan 2019 08:01 PM (IST)
पांच साल में नियमित हों दिहाड़ीदार
पांच साल में नियमित हों दिहाड़ीदार

राज्य ब्यूरो, शिमला : दिहाड़ीदारों को पांच साल में नियमित किया जाए। यह मांग अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ की ¨सचाई एवं जन स्वास्थ्य विभाग की विभागीय इकाई ने उठाई है। इस संबंध में संगठन ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से मुलाकात की। प्रतिनिधिमंडल की अगुवाई अध्यक्ष एलडी चौहान ने की। इसमें सचिवालय चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी संघ के प्रधान टेकराम, महासचिव प्रह्लाद गौतम, उपप्रधान अनिल धांटा शामिल हुए। उन्होंने मुख्यमंत्री के सामने दिहाड़ीदारों के हितों की पैरवी की। उन्होंने कहा अनुबंध कर्मचारी तीन साल में नियमित होते हैं जबकि दोनों वर्ग के कर्मचारी एक जैसी निष्ठाओं के साथ कार्य करते हैं। उन्होंने कहा मौजूदा सरकार कर्मचारी हितैषी है। इस कारण वह इस वर्ग के हित भी सुरक्षित कर सकती है। एलडी चौहान ने कहा राज्य सचिवालय में 120 कर्मी दिहाड़ीदार हैं। इनकी नियुक्ति पूर्व सरकार ने की थी। जबकि प्रदेश में करीब 500 दिहाड़ीदार हैं, जो अभी नियमित नहीं हुए हैं। ये करुणामूलक आधार पर नियुक्त हुए हैं। चौहान ने कहा दिहाड़ीदार की नई भर्ती लंबे अरसे से नहीं हो रही है। अधिकांश भर्तियां या तो अस्थायी हुई हैं या फिर अनुबंध आधार पर।

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