बिजली आपूर्ति बहाल हो, जल्द खोली जाएं मुख्य संपर्क सड़कें
मुख्य सचिव बीके अग्रवाल की अध्यक्षता में सभी प्रभावित जिलों के साथ वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से बर्फबारी और वर्षा से उत्पन्न स्थिति की समीक्षा के लिए एक बैठक आयोजित की गई। अग्रवाल ने आज यहां सड़क, बिजली और आवश्यक सेवाओं की उपलब्धता के संबंध में स्थिति की समीक्षा की। मुख्य सचिव ने चंबा, मंडी, शिमला, किन्नौर और कुल्लू के उपायुक्तों को जल्द से जल्द अपने जिलों में बिजली आपूर्ति बहाल करने और विशेष रूप से जिलों के मुख्य सम्पर्क सड़कों को खोलने के लिए आवश्यक निर्देश जारी किए। उन्होंने सड़कों को बहाल करने के लिए अतिरिक्त श्रमशक्ति तैनात करने का भी आश्वासन दिया। अतिरिक्त मुख्य सचिव राजस्व मनीषा नंदा, विशेष सचिव एमपीपी और विद्युत, विशेष सचिव राजस्व डीसी राणा, एमडी हिमाचल प्रदेश राज्य विद्युत बोर्ड जेपी काल्टा, आपदा प्रबंधन विशेषज्ञ विवेक शर्मा, विभिन्न जिलों के उपायुक्त या उनके प्रतिनिधि, संबद्ध विभागों के अधिकारियों ने वीडियो कांफ्रेंस में भाग लिया।
राज्य ब्यूरो, शिमला : मुख्य सचिव बीके अग्रवाल ने मौसम से प्रभावित जिलों के उपायुक्तों के साथ वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से बर्फबारी व बारिश से उत्पन्न स्थिति की समीक्षा की। उन्होंने चंबा, मंडी, शिमला, किन्नौर व कुल्लू के उपायुक्तों को जिलों में बिजली आपूर्ति जल्द बहाल करने और मुख्य संपर्क सड़कों को खोलने के निर्देश दिए।
उन्होंने सड़कों को बहाल करने के लिए अतिरिक्त श्रमशक्ति तैनात करने का भी आश्वासन दिया। अतिरिक्त मुख्य सचिव राजस्व मनीषा नंदा, विशेष सचिव एमपीपी और विद्युत, विशेष सचिव राजस्व डीसी राणा, एमडी हिमाचल प्रदेश राज्य विद्युत बोर्ड जेपी काल्टा, आपदा प्रबंधन विशेषज्ञ विवेक शर्मा, विभिन्न जिलों के उपायुक्त या उनके प्रतिनिधि व संबद्ध विभागों के अधिकारियों ने वीडियो कांफ्रेंस में भाग लिया। बर्फबारी से 301 सड़कें बंद
जागरण संवाददाता, शिमला : हिमाचल में बारिश व बर्फबारी के कारण कई जगह जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। बर्फबारी की वजह से प्रदेश में शुक्रवार को 301 सड़कें अवरुद्ध रहीं। इन सड़कों पर यातायात बहाल नहीं हो पाया है।
शिमला जोन में 36, मंडी जोन में 171 और कांगड़ा जोन में 92 सड़कें बंद हैं। प्रदेश में दो राष्ट्रीय राजमार्ग भी बर्फबारी के कारण बंद रहे। भारी बर्फबारी के कारण लोक निर्माण विभाग को 165 करोड़ 98 लाख रुपये से अधिक का नुकसान हुआ है। आइपीएच विभाग को 27 करोड़ 45 लाख रुपये और विद्युत विभाग को 51 करोड़ 17 लाख रुपये का नुकसान हुआ है। कहां कितना रहा तापमान
स्थान,न्यूनतम,अधिकतम
केलंग,-7.0,0.0
कल्पा,-3.0,3.6
मनाली,-1.4,9.6
कुफरी,-0.5,2.6
डलहौजी,-0.5,7.0
धर्मशाला,2.6,14.2
शिमला,3.7,12.0
मंडी,4.1,14.1
भुंतर,5.0,16.0
पालमपुर,6.0,18.0
सोलन,7.2,15.6
चंबा,8.2,16.2
सुंदरनगर,8.8,14.8
ऊना,10.5,20.4
(तापमान डिग्री सेल्सियस में)