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अन्य राज्यों से जुड़े साइबर क्राइम के तार

हिमाचल में घटित साइबर अपराधों के तार असम मिजोरम पश्चिम बंगाल झारखंड और बिहार राज्य से जुड़े हैं। जिन खातों में हिमाचली पैसा ट्रांसफर कर रहे हैं वे इन राज्यों के गरीबों असाक्षरों बुजुर्ग महिलाओं के हैं। इन खातों को बिचौलिये ने साइबर अपराधियों के हाथों तक पहुंचाया है। अपराधी देश के बड़े महानगरों मुंबई दिल्ली बेंगलुरू अहमदाबाद कोलकाता आदि में बैठे हैं। वहीं से बैठे- बैठे अंछरनेट बैंकिग के माध्यम से प्रदेश के लोगों को ठगी का शिकार बना रहे हैं। इस संबंध में हिमाचल सीआइडी के साइबर सेल की टीम डीएसपी नरवीर राठौर की अगुवाई में बाहरी राज्यों में गई। साइबर थाना शिमला में दर्ज अपराधों की जांच की गई। जांच में पाया कि संदिग्ध साइबर अपराधी फ्रॉड तरीकों से हासिल किए गए रुपयों को उनके द्वारा खोले गए जाली पे यू मनी पेटीएम वालेट आदि में ट्रांसफर करते हैं।

By JagranEdited By: Published: Tue, 17 Sep 2019 06:48 PM (IST)Updated: Wed, 18 Sep 2019 06:36 AM (IST)
अन्य राज्यों से जुड़े साइबर क्राइम के तार
अन्य राज्यों से जुड़े साइबर क्राइम के तार

राज्य ब्यूरो, शिमला : हिमाचल में हुए साइबर अपराधों के तार असम, मिजोरम, पश्चिम बंगाल, झारखंड व बिहार राज्य से जुड़े हैं। जिन बैंक खातों में हिमाचली पैसा ट्रांसफर कर रहे हैं, वे इन राज्यों के गरीबों, असाक्षरों व बुजुर्ग महिलाओं के हैं। इन खातों को बिचौलियों ने साइबर अपराधियों के हाथ तक पहुंचाया है।

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अपराधी देश के महानगरों, मुंबई, दिल्ली, बेंगलुरु, अहमदाबाद, कोलकाता आदि में बैठे हैं। वे वहीं से इंटरनेट बैंकिंग के माध्यम से प्रदेश के लोगों को ठगी का शिकार बना रहे हैं। इस संबंध में हिमाचल सीआइडी के साइबर सेल की टीम डीएसपी नरवीर राठौर की अगुवाई में अन्य राज्यों में गई थी। साइबर थाना शिमला में दर्ज अपराधों की जांच की गई। जांच में पाया कि संदिग्ध साइबर अपराधी गलत तरीकों से हासिल किए गए रुपयों को उनके द्वारा खोले गए जाली पे यू मनी, पेटीएम, वालेट आदि में ट्रांसफर करते हैं। मिजोरम, असम आदि के अशिक्षित बेरोजगार, गरीब युवा या वृद्ध पुरुष व महिलाओं के बैंक खातों को बिचौलियों के माध्यम से देश के महानगरों में बैठे देशी व विदेशी साइबर अपराधी जाली ट्रांजेक्शन के लिए इस्तेमाल करते हैं। कुछ बैंक खाते फर्जी नाम, पतों पर खोले गए थे। कुछ खाताधारकों ने इस बात से अनभिज्ञता जताई कि उनका बैंक खाता साइबर अपराध में प्रयोग किया जा रहा है। बिचौलियों ने 500 रुपये से लेकर 1500 रुपये पाने के लिए उनसे पासबुक हासिल की और उनके खातों का बैंक से एटीएम कार्ड भी जारी करवाया। एडीजीपी ने पुलिस महानिदेशकों को लिखा पत्र

हिमाचल प्रदेश के एडीजीपी (सीआइडी) अशोक तिवारी ने कई राज्यों के पुलिस महानिदेशकों को पत्र लिखा है। इसमें आग्रह किया है कि वे लोगों को जागरूक करें। उन्हें बताएं कि वे अपने बैंक खाते व एटीएम की जानकारी साइबर अपराधियों के लालच में आकर शेयर न करें। ऐसी परिस्थिति में जांच एजेंसी को अपराधियों को पकड़ने में मुश्किलों का सामना करना पड़ता है।


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