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इस राज्‍य में लगातार बढ़ रही हैं साइबर क्राइम की वारदातें, इस साल 1500 शिकायतें दर्ज

Cyber crime हिमाचल में साइबर क्राइम की घटनाओं में लगातार इजाफा हो रहा है अधिकतर शिकायतें सोशल मीडिया से संबंधित हैं।

By Babita kashyapEdited By: Published: Sat, 12 Oct 2019 08:15 AM (IST)Updated: Sat, 12 Oct 2019 08:15 AM (IST)
इस राज्‍य में लगातार बढ़ रही हैं साइबर क्राइम की वारदातें, इस साल 1500 शिकायतें दर्ज
इस राज्‍य में लगातार बढ़ रही हैं साइबर क्राइम की वारदातें, इस साल 1500 शिकायतें दर्ज

शिमला, राज्य ब्यूरो। Cyber crime हिमाचल में साइबर क्राइम की वारदातों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। इस साल ही करीब सवा नौ माह में 1500 शिकायतें आई हैं। इनमें से अकेले थाने साइबर में एक हजार शिकायतें मिल चुकी हैं। शेष शिकायतें जिलों की पुलिस के पास पहुंची हैं।

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अब तक की जांच में पाया गया है कि ज्यादातर शिकायतें सोशल मीडिया से संबंधित हैं। इसमें किसी को धमकी देना, गाली गलौज करना, फेक फेसबुक आइडी तैयार कर युवतियों को अश्लील संदेश भेजना शामिल हैं। एक तिहाई शिकायतें वित्तीय धोखाधड़ी की हैं। इसे देख डीजीपी एसआर मरडी ने लोगों को जागरूक करने के लिए एडवायजरी जारी की है।

10 एफआइआर की जांच 

साइबर थाने में इस वर्ष 10 एफआइआर दर्ज हुई हैं। इनकी जांच चल रही है।  ज्यादातर शिकायतों को सुलझा दिया है। ऐसे मामलों में आरोपित बाहरी राज्यों के हैं। धोखाधड़ी मामलों में एक फीसद भी आरोपित हिमाचल से नहीं हैं। ठग झारखंड, बिहार और पश्चिम बंगाल राज्य के हैं।

कहां करें शिकायत

साइबर क्राइम विंग को लैंडलाइन नंबर 0177-2620331 या टोल फ्री नंबर 155260 पर सूचित करें। मोबाइल फोन नंबर 9805953670 शिकायत दर्ज कराने के लिए रात-दिन उपलब्ध है। धमकी के बाद हरकत में पुलिस मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को सोशल मीडिया में धमकी देने के बाद से राज्य पुलिस हरकत में आ गई है। इसी कड़ी में एडवायजरी दी गई है। पहले यह कार्य सीआइडी के एडीजीपी के माध्यम से होता था।

इस साल साइबर अपराध की करीब 1500 शिकायतें आई हैं। बढ़ते साइबर अपराध और अपराधियों द्वारा अपनाए जा रहे नए तौर-तरीकों को ध्यान में रखते हुए लोगों को सचेत करने के लिए एडवायजरी जारी की गई है। 

-एसआर मरडी, डीजीपी 

साइबर क्राइम से बचने के लिए क्या न करें

  • अपना ओटीपी, एटीपी किसी के साथ साझा न करें।
  • वाट्सएप और अन्य सोशल मीडिया एप्लीकेशन के माध्यम से परिवार के सदस्यों के साथ डेबिट, क्रेडिट कार्ड का विवरण साझा न करें।
  • मोबाइल, लैपटॉप, पीसी, टैब आदि में अपने डेबिट, क्रेडिट कार्ड का विवरण, पिन आदि न रखें।
  • साइबर क्राइम से बचने के लिए क्या करें
  • विक्रेताओं को अपनी अनुपस्थिति में क्रेडिट, डेबिट कार्ड से भुगतान करने की अनुमति न दें।
  • अनधिकृत लेनदेन के मामले में संबंधित बैंक शाखा में 48 घंटे के भीतर डिस्प्यूट फार्म भरें।
  • एटीएम, दुकान, शॉपिंग मॉल, पेट्रोल पंप आदि में क्रेडिट, डेबिट कार्ड का उपयोग करते हैं तो खुले तौर पर पिन दर्ज न करें। 

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