आज लगेगी वैक्सीन, एहतियात फिर भी जरूरी
जागरण संवाददाता शिमला जिला शिमला में कोरोना के लंबे दौर के बाद शनिवार को वैक्सीन लगनी
जागरण संवाददाता, शिमला : जिला शिमला में कोरोना के लंबे दौर के बाद शनिवार को वैक्सीन लगनी शुरू हो जाएगी। वैक्सीनेशन के पहले दिन मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज (आइजीएमसी) में मौजूद रहेंगे। पहले चरण में जिले के करीब 400 स्वास्थ्य कर्मियों को पांच अलग-अलग स्वास्थ्य संस्थानों में वैक्सीन लगने के प्रबंध किए गए हैं।
जिला स्वास्थ्य विभाग ने इसके लिए तैयारियां पूरी कर ली हैं। उपायुक्त आदित्य नेगी ने वीरवार को टीकाकरण जिला स्तरीय सतर्कता समिति बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि सरकार के दिशा-निर्देशानुसार जिले में वैक्सीनेशन प्रकिया शुरू की जा रही है। पहली फरवरी तक यह प्रक्रिया चलती रहेगी।
जिले के लिए वैक्सीन के 7200 डोज प्राप्त हुए हैं। आइजीएमसी में 200, दीन दयाल उपाध्याय (रिपन) में 120 और रामपुर के खनेरी अस्पताल में 80 स्वास्थ्य कर्मियों को वैक्सीनेशन के लिए बुलाया जाएगा। सभी स्वास्थ्य संस्थानों में वैक्सीनेशन के लिए आठ-आठ कर्मचारियों की टीम मौजूद रहेगी।
शिमला में मार्च महीने में कोरोना का पहला मामला सामने आया था। इसके बाद लगातार कोरोना का संक्रमण तेजी से फैलता रहा। करीब 11 महीने की लड़ाई के बाद अब वैक्सीन लगने की शुरुआत हो रही है। वैक्सीनेशन प्रक्रिया प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संबोधन के बाद शुरू होगी। सुबह 10 बजे प्रधानमंत्री का देश के प्रति संबोधन कार्यक्रम टीवी के माध्यम से अस्पताल में दिखाया जाएगा, इसके बाद वैक्सीन लगनी शुरू होगी। वैक्सीनेशन के लिए पहचान पत्र साथ लाएं लाभार्थी
उपायुक्त नेगी ने कहा कि वैक्सीन के लिए लाभार्थी को मोबाइल पर एसएमएस के माध्यम से समय व तिथि के बारे में सूचित किया जाएगा। चयनित व्यक्तियों को वैक्सीनेशन के दौरान अपने साथ पहचान पत्र लेकर आना अनिवार्य रहेगा। टीका लगने के बाद दूसरा डोज 28 दिन बाद दिया जाएगा। वैक्सीन लगने के 42 दिन बाद व्यक्ति की रोग प्रतिरोधक क्षमता सुदृढ़ होगी। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि फ्रंट लाइन वर्करों का डाटा एकत्रित कर स्वास्थ्य विभाग को भेजना सुनिश्चित करें। ताकि आगामी चरण के लिए वैक्सीन की मांग भेजी जा सके। उन्होंने बताया कि पंजीकृत व्यक्ति अपना वैक्सीनेशन अवश्य करवाएं।
आइजीएमसी और रिपन में तैयारी पूरी
आइजीएमएसी और रिपन अस्पताल में वैक्सीनेशन की तैयारियों में दिनभर स्टाफ जुटा रहा। आइजीएमसी में प्री-फेब्रिकेटिड अस्पताल के अलावा न्यू ओपीडी ब्लॉक में भी वैक्सीनेशन साइट बनाई गई है। दोनों साइटों पर 100-100 कर्मियों को वैक्सीन लगेगी। दोनों साइटों में एंट्री प्वाइंट, रजिस्ट्रेशन जांच व वैरिफिकेशन काउंटर, वैक्सीनेशन रूम, ऑब्जर्वेशन रूम, एईएफआइ (एडवर्स इवेंट फॉलोइंग इम्यूनाइजेशन) और काउंसिलिग काउंटर स्थापित कर दिए गए हैं। अस्पताल प्रशासन ने शाम के समय सारी व्यवस्थाएं जांची। इसके अलावा रिपन अस्पताल में सुबह से लेकर शाम तक स्टाफ विभिन्न तैयारियों में जुटा रहा। रिपन के पुराने भवन में वैक्सीनेशन होगी। सफाई कर्मियों के अलावा अन्य स्टाफ को भी लगेगी वैक्सीन
आइजीएमसी सहित रिपन में सफाई कर्मियों के अलावा अन्य स्टाफ को भी वैक्सीन लगेगी। इसके लिए शाम के समय कर्मियों को मोबाइल पर मैसेज भेजे जा रहे हैं। आइजीएमसी के प्रधानाचार्य डा. रजनीश पठानिया ने बताया कि वैक्सीनेशन प्रक्रिया के बाद स्टाफ अपनी ड्यूटी में लौटकर काम करेगा। उन्होंने बताया कि लाभार्थी में अगर वैक्सीन लगने के बाद विपरित असर दिखता है तो इससे निपटने के लिए भी पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। इसके अलावा अस्पताल के अन्य कर्मियों को सोमवार के दिन वैक्सीन लगेगी। अस्पताल में 2700 स्वास्थ्य कर्मियों व स्टाफ को वैक्सीन लगेगी।