उच्च पदों पर बैठे नेताओं के कारण हारी कांग्रेस : हर्षवर्धन
लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की हार ग्रास रुट के छोटे पदों के नेताओं के कारण नहीं बड़े पदों पर बैठे पदाधिकारियों के कारण हुई है। ये बात शिलाई से कांग्रेस के पांचवीं बार विधायक हर्षवर्धन चौहान ने राहुल गांधी को भेजे गए प्रदेश कांग्रेस महासचिव पद से इस्तीफे में दिया है।
राज्य ब्यूरो, शिमला : लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की करारी हार ग्रास रूट और छोटे पदों के नेताओं के कारण नहीं, बल्कि बड़े पदों पर बैठे पदाधिकारियों के कारण हुई है। यह बात शिलाई से कांग्रेस के पांचवीं बार विधायक बने हर्षवर्धन चौहान ने पार्टी के राष्ट्रीय राहुल गांधी को भेजे प्रदेश कांग्रेस महासचिव पद से इस्तीफे में कही है। उन्होंने कहा है कि पार्टी की लोकसभा चुनाव में हार के लिए बड़े पदों पर बैठे नेताओं को जिम्मेदारी लेनी चाहिए। साथ ही उन्हें अपने पदों से त्यागपत्र देना चाहिए, जिससे कांग्रेस को दोबारा मजबूती के साथ स्थापित किया जा सके। हर्षवर्धन ने कहा है कि कांग्रेस के बड़े नेताओं को हार के लिए अपनी जिम्मेदारी माननी चाहिए न कि इसका ठीकरा छोटे नेताओं पर फोड़ना चाहिए। यह बहुत दुखदायी है और इस कारण कांग्रेस के काडर का मनोबल गिरा है।
गौर रहे कि लोकसभा चुनाव में प्रदेश में भाजपा ने 70 फीसद वोट हासिल किए हैं। इसके विपरीत कांग्रेस पार्टी को मात्र 27 फीसद ही वोट मिले हैं, जो आजतक हुए चुनाव में सबसे कम है। यह इस्तीफे कांग्रेस की हार के 38 दिन बाद राहुल गांधी के उस बयान के बाद दिए जा रहे हैं जिसमें उन्होंने किसी के द्वारा जिम्मेदारी लेकर इस्तीफा न दिए जाने की बात कही थी। यह पहला मौका है जब प्रदेश के किसी बड़े कांग्रेसी नेता ने हार के लिए वरिष्ठ नेताओं को जिम्मेदार ठहराया है। प्रदेश कांग्रेस से अभी तक पांच नेता अपने पदों से इस्तीफा दे चुके हैं। इनमें पूर्व मुख्य संसदीय सचिव राजेश धर्माणी ने अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य पद से त्यागपत्र दिया है। वहीं कांगड़ा जिले से संबंध रखने वाले मनमोहन कटोच ने कांग्रेस महासचिव, जय कुमार ने ब्लॉक कांग्रेस कमेटी बल्ह, मंडी के अध्यक्ष पद और सुरेश कुमार ने कांग्रेस अनुसूचित जाति विभाग के अध्यक्ष पद से त्यागपत्र दिया है।