Himachal Weather Update: बर्फबारी और बारिश से हिमाचल में शीतलहर तेज, ठिठुरने लगे लोग
Himachal Weather Updateहिमाचल में इस सीजन की पहली बर्फबारी से शीतलहर तेज जो गई है तापमान में 10 से 13 डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट दर्ज की गई है।
शिमला, जेएनएन। राजधानी शिमला में वीरवार को ठंडी हवाओं व बारिश ने ठंड बढ़ा दी है। वीरवार सुबह से जिला शिमला के अधिकांश क्षेत्रों में बारिश का क्रम जारी हो गया। यह क्रम दोपहर तक चलता रहा। इससे जहां ठंड में इजाफा हुआ, वहीं लोगों का घर से बाहर निकलना भी मुश्किल हो गया। सबसे ज्यादा मुश्किल स्कूली बच्चों को झेलनी पड़ी।
सुबह से जारी बारिश के कारण बच्चे बारिश के बीच ठंड में ठिठुरते हुए स्कूल पहुंचे। बारिश के बाद राजधानी शिमला के तापमान में चार डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई है। वहीं शहर के बाजारों में भी वीरवार को बारिश और ठंड के कारण चहलपहल कम रही। लोग घरों में दुबके रहे जो लोग काम के लिए घर से निकले उन्होंने भी अपना काम निपटाकर जल्द वापस पहुंचना बेहतर समझा। शहर के दुकानदार दिनभर ग्राहकों का इंतजार करते रहे। लोगों को नवंबर के पहले सप्ताह में ही दिसंबर जैसी ठंड का एहसास हुआ।
सूखी ठंड से मिली राहत
जहां एक ओर बारिश के कारण तापमान में गिरावट आई है वहीं सूखी ठंड से भी राहत मिली है। सूखी ठंड के कारण लोग बीमार पड़ रहे थे। लेकिन अब बारिश के कारण वातावरण में नमी आ गई है जिस कारण अब सूखी ठंड से राहत मिलेगी और लोग बीमार कम पड़ेंगे। वहीं शिमला शहर में पेड़ों से गिर रहा पोलन भी कम होगा और लोगों को हो रही एलर्जी से राहत मिलेगी। बारिश न होने के कारण एक माह से शहर में पोलन गिरने से लोग बीमार हो रहे थे और सांस व एलर्जी के मरीजों की संख्या भी अस्पताल में बढ़ गई थी। हालांकि कृषि व बागवानी के लिहाज से यह बारिश पर्याप्त नहीं मानी जा रही है। किसानों को गेहूं की फसल के लिए बारिश की जरूरत है।
बर्फ़बारी में फंसे 200 पर्यटक, देर रात पुलिस ने किया रेस्क्यू
वीरवार को भारी बर्फबारी के चलते कुछ पर्यटक गुलाबा की वादियो में फंस गए। प्रशासन ने हालांकि बर्फ़बारी अधिक होती देख पर्यटकों को सुबह 12 बजे गुलाबा से भेज दिया लेकिन कुछ एक पर्यटक प्रशासन की आंखों में धूल झोंककर आगे निकल गए। शाम को जैसे ही प्रशासन को कुछ पर्यटको के बर्फ में फंसे होने की सूचना मिली तो हडकम्प मच गया। एसडीएम मनाली रमन घरसंगी व डीसीपी मनाली शेर सिंह ने टेक्सी ऑपरेटरों की मदद से रेस्क्यू अभियान शुरू किया और समय पर सभी पर्यटकों को मनाली लाया गया।
एसडीएम मनाली रमन घरसंगी ने बताया कि पुलिस और टैक्सी ऑपरेटरों की मदद से गुलाबा व कोठी के बीच फंसे पर्यटकों व उनके वाहनों को सुरक्षित निकाल लिया है। उन्होंने बताया कि सभी की मदद से पर्यटकों को सुरक्षित रेस्क्यू कर मनाली पहुंचा दिया है। डीएसपी मनाली शेर सिंह ने बताया कि पुलिस के जवानों ने जान जोखिम में डालकर पर्यटकों को बर्फ से रेक्सयू कर मनाली पहुचा दिया है।
कहां कितनी हुई बर्फबारी
छितकुल 06 इंच
शिकारी देवी 03 इंच
कमरुनाग 03 इंच
जलोड़ी पास 2.5 इंच
कल्पा 01 इंच
कहां कितनी हुई बारिश
स्थान बारिश
मनाली 19.0
भुंतर 16.0
कुल्लू 13.0
कल्पा 11.0
सुंदरनगर 09.0
हमीरपुर 08.0
प्रदेश में कृषि व बागवानी को मिली संजीवनी
प्रदेश में वीरवार को ऊंचे क्षेत्रों में बर्फबारी और मैदानी क्षेत्रों में हुई बारिश से कृषि व बागवानी को संजीवनी मिली है। बारिश लंबे अंतराल के बाद हुई है। जिन क्षेत्रों में किसान बारिश पर निर्भर हैं, वहां वे अब गेहूं व मटर आदि फसलों की बिजाई कर सकेंगे।
प्रदेश में कुछ क्षेत्र ऐसे हैं जहां बारिश कम व कुछ जगह नहीं हुई है। ऐसे क्षेत्रों में गेहूं, मटर व अन्य फसलों की बिजाई के लिए अभी इंतजार करना होगा। प्रदेश में 9.60 लाख परिवार कृषि व बागवानी से जुड़े हैं। प्रदेश के कुल कृषि योग्य भूमि का 70 फीसद से अधिक क्षेत्र पूरी तरह बारिश पर निर्भर है। कृषि विज्ञानी इस बारिश को बागवानी और कृषि के लिए बेहतर बता रहे हैं। मक्की और धान की कटाई के बाद खेतों के खाली होने के बाद बारिश न होने से नई फसलों की बिजाई का कार्य नहीं हो सका है।
गेहूं व मटर सहित अन्य फसलों की बिजाई अभी होनी है। प्रदेश के कई क्षेत्रों में सिंचाई की सुविधा नहीं है। ऐसे में बारिश होने से बिजाई का कार्य किया जा सकेगा।
-आरके कौंडल, निदेशक, कृषि विभाग