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हिमाचल की 600 से अधिक पंचायतों में आचार संहिता लागू

हिमाचल प्रदेश में 600 से अधिक पंचायतों में आदर्श आचार संहिता लागू हो गई है। ऐसा पंचायती राज संस्थाओं के उपचुनावों के मद्देनजर हुआ है। सबसे ज्यादा प्रभावित सोलन जिला हुआ है। वहां जिला परिषद का कुनिहार क्षेत्र के एक वार्ड में चुनाव होगा। लेकिन आचार संहिता पूरे जिले में लागू है। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के गृह क्षेत्र सिराज समेत कई ब्लॉकों में सरकार विकास कार्यों की घोषणा नहीं कर पाएगी।

By JagranEdited By: Published: Wed, 23 Oct 2019 09:37 PM (IST)Updated: Thu, 24 Oct 2019 06:33 AM (IST)
हिमाचल की 600 से अधिक पंचायतों में आचार संहिता लागू
हिमाचल की 600 से अधिक पंचायतों में आचार संहिता लागू

राज्य ब्यूरो, शिमला : हिमाचल प्रदेश में 600 से अधिक पंचायतों में आदर्श आचार संहिता लागू हो गई है। ऐसा पंचायती राज संस्थाओं के उपचुनाव के मद्देनजर हुआ है। राज्य सरकार अब इन क्षेत्रों के लिए कोई घोषणा नहीं कर सकेगी। विकास कार्य 18 नवंबर तक नहीं हो सकेंगे। सबसे ज्यादा प्रभावित सोलन जिला हुआ है। वहां जिला परिषद के कुनिहार क्षेत्र के एक वार्ड में चुनाव होगा लेकिन आचार संहिता पूरे जिले में लागू है।

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मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के गृह क्षेत्र सिराज समेत कई ब्लॉकों में सरकार विकास कार्यो की घोषणा नहीं कर पाएगी। आचार संहिता 18 नवंबर तक लागू रहेगी। नियमों के मुताबिक अगर कहीं भी जिला परिषद सदस्य का उपचुनाव होता है तो आचार संहिता एक वार्ड नहीं बल्कि पूरे जिले में लागू रहती है। पंचायत समिति सदस्य के चुनाव के मामले में आचार संहिता पूरे ब्लॉक में और वार्ड सदस्य या प्रधान का उपचुनाव होने की सूरत में आचार संहिता संबंधित पंचायत में लागू रहती है। राज्य में पंचायती राज के 247 सीटों के लिए उपचुनाव होंगे। इस कारण चंबा, बिलासपुर के नयनादेवी, सिरमौर के शिलाई, कांगड़ा के नगरोटा बगवां, देहरा, मंडी के सदर, सिराज ब्लॉक में 18 नवंबर तक नए विकास कार्य नहीं हो पाएंगे। उपचुनाव इसलिए हो रहे हैं क्योंकि कई सदस्य पंचायती राज से त्यागपत्र दे चुके हैं व कइयों की नौकरी लग गई है। कुछ मामलों में चुने हुए प्रतिनिधियों की मौत हो गई है।

अब नगर परिषदों के भी पांच सीटों के लिए उपचुनाव होंगे। इनमें रामपुर, सोलन और नालागढ़ शामिल हैं। रामपुर में तीन और सोलन और नालागढ़ में एक-एक सीट रिक्त है। इन सीटों के लिए कभी भी चुनाव की अधिसूचना जारी हो सकती है। प्रदेश में त्रिस्तरीय पंचायती राज संस्थाओं के चुनाव अगले साल दिसंबर में होंगे। ऐसे में उपचुनाव में जीत कर आने वालों का कार्यकाल केवल एक साल होगा। पहली नवंबर को नामांकन

उपचुनाव पहली नवंबर से 17 नवंबर तक होंगे। पहली नवंबर को नामांकन होंगे। वहीं, 17 नवंबर को मतदान होगा। पंचायती राज उपचुनाव के तहत प्रदेश में पंचायत प्रधानों की 20 सीटों, उपप्रधानों की 22 सीटों, वार्ड सदस्यों की 196 सीटों और एक जिला परिषद सीट व पंचायत समिति सदस्यों के आठ सीटों के चुनाव होंगे।

राज्य निर्वाचन अधिकारी पी मित्रा के अनुसार पहली नवंबर को मतदान केंद्रों की सूची प्रकाशित करनी होगी। तीन नवंबर तक नामांकन पत्र भरे जाएंगे। पांच नवंबर को नामांकन पत्रों की छंटनी होगी। सात नवंबर को नाम वापस लिए जा सकेंगे। इसी दिन चुनाव चिह्न आवंटित होंगे। 17 नवंबर को मतदान के बाद पंचायत प्रधान, उपप्रधान और वार्ड सदस्यों की सीटों पर मतगणना होगी। इसी दिन चुनाव परिणाम आएंगे। वहीं, 18 नवंबर को जिला परिषद व पंचायत समिति सदस्यों के चुनाव की मतगणना होगी।


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