Budget session: सदन में भड़की सियासी ज्वाला, सीएम जयराम और मुकेश अग्निहोत्री आमने-सामने
Budget session बजट सत्र के दूसरे दिन सदन में प्रश्नकाल शुरू होते ही सेवाविस्तार और पुनर्रोजगार पर सदन में सियासी ज्वाला भड़क गई।
शिमला, रमेश सिंगटा। बजट सत्र के दूसरे दिन सदन में प्रश्नकाल शुरू होते ही मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री आमने-सामने हो गए। ज्वालामुखी के भाजपा विधायक रमेश धवाला के स्थगित प्रश्न कर्मचारियों को सेवाविस्तार और पुनर्रोजगार पर सदन में सियासी ज्वाला भड़क गई। लेकिन मुकेश अग्निहोत्री को विपक्ष के अन्य सदस्यों का साथ नहीं। वह अकेले ही मोर्चे पर डटे रहे।
रमेश धवाला का स्थगित प्रश्न था कि तीन साल में जनवरी 2015 से जनवरी 2018 तक कितने कर्मचारियों को सेवाविस्तार दिया गया? इनकी क्या जरूरत थी? आर्थिक संकट के दौर में इन पर कितना पैसा खर्च हुआ? क्या यह आगे भी जारी रहेगा?
मुख्यमंत्री ने जवाब दिया कि तीन साल में जनवरी 2018 तक 1160 कर्मचारियों को सेवाविस्तार दिया गया। इन पर 28 करोड़ 32 लाख 85 हजार 580 रुपये खर्च किए गए। उन्होंने सेवाविस्तार के नियम पढ़े। साथ ही कहा कि पूर्व सरकार ने ऐसे लोगों को भी सेवाविस्तार दिया, जिनकी निष्ठा संदिग्ध रही। नियमों के विपरीत राजनीतिक आधार पर सेवाविस्तार दिया। भाजपा सरकार ने केवल 20 कर्मचारियों को सेवाविस्तार दिया। 213 को पुनर्रोजगार दिया है।
इनमें पटवारी भी शामिल हैं। जयराम ठाकुर ने सेवाविस्तार, पुनर्रोजगार पर पूर्व कांग्रेस सरकार को ही घेर डाला। आरोप लगाया कि पूर्व सरकार में अंधेरगर्दी थी, राजनीतिक आधार पर सेवाविस्तार दिया जाता था। पूर्व सरकार ने पांच साल में 2397 कर्मचारियों को सेवाविस्तार और 1248 को पुनर्रोजगार दिया।
मुख्यमंत्री का जवाब सुनते ही नेता प्रतिपक्ष मुकेश तैश में आ गए। बोले, बीजेपी वाले करें तो पुण्य, हम करें तो पाप। मुख्यमंत्री जी, आप तो सैद्धांतिक तौर पर इसके विरोध में रहे हैं। आपने अब इसकी जगह पुनर्रोजगार का चोर दरवाजा खोला है। क्या पूर्ण रोक लगाएंगे?
मुख्यमंत्री बाले, आप विचित्र व्यवहार कर रहे हैं। आंकड़ा देखकर परेशान हैं। काम सामने हैं। मुकेश अग्निहोत्री का जवाब था कि आप पूर्व की सरकार को ही कोस रहे हैं। इस पर जयराम ने कहा, बैठ जाइए, आपको सुनाने की आदत ज्यादा है, सुनने की भी आदत डालिए। मुकेश अग्निहोत्री फिर खड़े हो गए और कुछ कहने लगे। मुख्यमंत्री ने कहा, तुमसे कौन डरता है, भाषा पर संयम बरतें। नेता प्रतिपक्ष कहने लगे आपने जवाब को राजनीतिक तराजू में तोल दिया। जयराम ने कहा, तुममें हिम्मत नहीं सुनने की। सच्ची बात कड़वी लगती है। सुनाने के लिए हम विवश नहीं। व्यवहार में सुधार लाइए, बगल में बैठे बुजुर्ग नेता पूर्व सीएम वीरभद्र्र सिंह से कुछ सीखिए।
मुकेश अग्निहोत्री को इस पर गुस्सा आ गया और बोले, यह क्या तरीका है अध्यक्ष महोदय। इसके बाद जयराम ने सिर्फ इतना कहा कि हमारा नंबर तर्कसंगत है। 20 में से तीन पूर्व मुख्यमंत्री के स्टाफ को मानवीय आधार पर दिया गया सेवाविस्तार भी शामिल है। पटवारी की ट्र्रेंनिंग पूरी होगी तो पुनर्रोजगार का आंकड़ा और नीचे आएगा। हम केवल जरूरत पड़ने पर सेवाविस्तार देंगे।
जनवरी 2015 से जनवरी 2018 सेवाविस्तार व खर्च का ब्योरा
श्रेणी संख्या खर्च
क्लास वन 294 116310839
क्लास टू 81 14906618
क्लास थ्री 720 146350885
क्लास फोर 65 5717238
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