नशे के खिलाफ शुरू हो अभियान
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने हिमाचल में नशे के बढ़ते मामलों पर चिंता व्यक्त
राज्य ब्यूरो, शिमला : मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने हिमाचल में नशे के बढ़ते मामलों पर चिंता व्यक्त की है। उन्होने कहा कि इस सामाजिक बुराई से निपटने के लिए प्रदेश में विशेष अभियान चलाया जाना चाहिए। इस मामले में उपायुक्तों और पुलिस अधीक्षकों की भूमिका महत्वपूर्ण है। उन्होंने पुलिस अधीक्षकों को नशाखोरी रोकने के लिए संबंधित जिलों में बड़े पैमाने पर अभियान शुरू करने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने प्रदेश सचिवालय के आर्म्सडेल भवन में उपायुक्तों व पुलिस अधीक्षकों के साथ आयोजित बैठक में कहा कि जो लोग नशाखोरी में संलिप्त हैं, उनकी संपत्ति जब्त की जानी चाहिए। सीमावर्ती क्षेत्रों में प्रभावी पुलिस निगरानी सुनिश्चित की जानी चाहिए। उन्होंने अवैध खनन पर रोक लगाने के लिए भी ठोस कदम उठाने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार की प्राथमिकताएं अधिकारियों की उच्च प्राथमिकता होनी चाहिए। जो अधिकारी सरकार की नीतियों का लाभ लोगों तक पहुंचाने में विफल रहेंगें, उनके खिलाफ सरकार कड़ी कार्रवाई करने से परहेज नहीं करेगी। जनमंच के तहत प्राप्त सभी शिकायतों का शीघ्र समाधान किया जाना चाहिए। उपायुक्तों को उस व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए, जो तथ्यहीन शिकायतें दर्ज करवा रहे हैं। उन्होंने नई राहें-नई मंजिलें योजना के अंतर्गत धीमी प्रगति को लेकर भी नाराजगी व्यक्त की।
उन्होंने कहा कि कम ख्याति प्राप्त स्थानों को पर्यटन की दृष्टि से विकसित किया जाए। उपायुक्त संबंधित जिलों में निर्माणाधीन सभी महत्वपूर्ण परियोजनाओं का कार्य निर्धारित समय पर पूरा करना सुनिश्चित करें। सरकार ने दो वर्षो के भीतर सभी शेष पंचायतों में सड़क सुविधा प्रदान करने का निर्णय लिया है। उपायुक्तों ने मुख्य परियोजनाओं, गोसदनों का निर्माण और पुलिस अधीक्षकों ने अपने-अपने जिलों से संबंधित कानून व्यवस्था पर भी प्रस्तुति दी।