तीखे मोड़, सर्पीला रास्ता..जोखिम से वास्ता
अगर आप हिमाचल में सड़क से सफर कर रहे हों तो सावधान हो जाएं। राज्य में ब्लैक स्पॉट के कारण कई हादसे हो रहे हैं।
रमेश सिंगटा, शिमला
अगर आप हिमाचल में सड़क से सफर कर रहे हों तो सावधान हो जाएं। राज्य में 697 ब्लैक स्पॉट हैं। इनमें गाड़ी संभल कर चलाएं। ये ब्लैक स्पॉट मौत को न्योता दे रहे हैं। सर्पीले रास्तों पर तीखे मोड़ों के कारण हुए हादसों में कई लोग जान गंवा चुके हैं।
राज्य में ब्लैक स्पॉट को 108 एंबुलेंस सेवा से जुड़ी जीवीके कंपनी ने चिह्नित किया था। इस साल के शुरू में इस संबंध में सर्वे हुआ था। लेकिन लोक निर्माण विभाग ने इस सर्वे पर अलग जांच पड़ताल की। इसमें 516 ब्लैक स्पॉट पाए गए। भाजपा ने सत्ता में आते ही ब्लैक स्पॉट सुधारने के निर्देश दिए। इसके लिए अलग से 22 करोड़ 22 लाख रुपये आवंटित किए। इन पैसों को लोक निर्माण विभाग ने सभी मंडलों को भेजा। विभाग का दावा है कि 516 में से 91 ब्लैक स्पॉट ठीक कर दिए गए है।ं राष्ट्रीय राजमार्गो पर 90 ब्लैक स्पॉट
हिमाचल में राष्ट्रीय राजमार्गो पर 90 ब्लैक स्पॉट अलग से हैं। इसमें से इस वर्ष 20 स्पॉट ठीक कर दिए गए हैं और 17 को नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया के हवाले किया गया है। इन स्पॉट को अथॉरिटी ठीक करवा रही है।
255 जगह बार-बार हादसे
सर्वे के लिए दिसंबर 2010 से दिसंबर 2017 के सड़क हादसों का अध्ययन किया गया। सर्वे के अनुसार प्रदेश में 255 स्थानों पर बार-बार सड़क हादसे होते हैं। 45 ऐसे स्थान हैं जहा बहुत ज्यादा दुर्घटनाएं होती हैं। प्रदेश में निम्न स्तर की सड़क सुविधा, गति की अनदेखी, वाहन चलाने के साथ शराब पीने की आदत और दोपहिया वाहनों को बिना हेलमेट पहने चलाने से सड़क दुर्घटनाएं हो रही हैं वीक एंड में ज्यादा हादसे
सर्वे के अनुसार राज्य में सड़क दुर्घटनाएं सबसे ज्यादा सप्ताह के अंत में और दोपहर दो बजे से रात नौ बजे के बीच होती हैं। अधिकतर दुर्घटनाएं मई से अगस्त के बीच होती हैं। अक्टूबर व नवंबर में जब दीवाली आदि की छुट्टिया होती हैं, तब भी अधिक सड़क दुर्घटनाएं होती हैं। युवा वर्ग हादसों का शिकार
राज्य में सड़क हादसों का शिकार 40 फीसद युवा वर्ग है। हादसे में महिलाओं के मुकाबले पुरुष अधिक शिकार होते हैं। सड़क हादसों में 81 फीसद पुरुष प्रभावित हुए हैं। दिसंबर तक सुधरेंगे ब्लैक स्पॉट
ब्लैक स्पॉट ठीक करने के लिए सरकार गंभीर है। विभाग को न केवल बजट दिया गया है बल्कि लगातार समीक्षा भी हो रही है। ब्लैक स्पॉट दिसंबर तक सुधार लिए जाएंगे।
एमके मिन्हास, एसई, लोक निर्माण विभाग