मुख्यमंत्री आज शिमला के निकट सेरी में छोड़ेंगे चैहड़ फिजेंट
विलुप्त होते चीर फिजेंट(मयूरवंशी पक्षी) का प्रदेश के चिड़ियाघरों में बेहतर संरक्षण व प्रजनन हो रहा है। वन्य प्राणी प्रभाग (वन विभाग) इस कार्य में जुटा हुआ है। इसके अंतर्गत विभाग की ओर से इस पक्षी का संरक्षण व प्रजनन चायल में खड़ियून पक्षी चिड़ियाघर में किया गया है। वीरवार को मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर इसे सेरी गांव में छोड़ेंगे। इस मौके पर पुनस्र्थापन समारोह होगा। इसकी अध्यक्षता जय राम ठाकुर करेंगे। वन मंत्री गोविन्द सिंह ठाकुर भी उपस्थित रहेंगे। बॉक्स- संकट में पक्षी इंटरनेशनल यूनियन फॉर कन्जर्वेशन ऑफ नेचर
राज्य ब्यूरो, शिमला : विलुप्त होते चैहड़ फिजेंट (मयूरवंशी पक्षी) का हिमाचल के चिड़ियाघरों में बेहतर संरक्षण व प्रजनन हो रहा है। वन्य प्राणी प्रभाग (वन विभाग) इस कार्य में जुटा हुआ है। इसके अंतर्गत विभाग की ओर से इस पक्षी का संरक्षण व प्रजनन चायल स्थित खड़ियून पक्षी चिड़ियाघर में किया गया है।
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर तीन अक्टूबर को चैहड़ फिजेंट को शिमला के निकट सेरी गांव में छोड़ेंगे। इस दौरान पुनस्र्थापन समारोह होगा। इसकी अध्यक्षता जयराम ठाकुर करेंगे। इस दौरान वन मंत्री गोविंद ठाकुर भी उपस्थित रहेंगे। इंटरनेशनल यूनियन फॉर कन्जर्वेशन ऑफ नेचर (आइयूसीएन) की सूची में दर्ज चैहड़ फिजेंट ऐसा हिमालयी पक्षी है जिसका अस्तित्व संकट में है। यह पक्षी अकसर मानवीय आबादी के निकटवर्ती छोटे पेड़ों तथा घास वाले मध्यम ऊंचाई के ढलान वाले क्षेत्रों में रहता है। चैहड़ फिजेंट भारत और पाकिस्तान के हिमालयी क्षेत्र, पूर्व में नेपाल तक छोटे-छोटे खंडित क्षेत्रों में पाए जाते हैं। क्षेत्र के खंडित होने, वनों में बार-बार आग लगने की घटनाओं व शिकार होने के कारणों से यह पक्षी संकट में है।