संजौली बाजार बंद करने के विरोध में उतरे कारोबारी
जागरण संवाददाता शिमला राजधानी शिमला के उपनगर संजौली के इंजनघर वार्ड को कोरोना के एक
जागरण संवाददाता, शिमला : राजधानी शिमला के उपनगर संजौली के इंजनघर वार्ड को कोरोना के एक साथ कई मामले सामने आने के बाद कंटेनमेंट जोन घोषित किया है। इसके साथ संजौली बाजार भी बंद किया गया है। बुधवार को बाजार बंद करने के विरोध में संजौली के व्यापारियों ने चौक पर प्रदर्शन किया और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। व्यापारियों का तर्क है कि मामले इंजनघर वार्ड में आए हैं। एक बाजार बंद होने के कारण लोगों को परेशानी झेलनी पड़ रही है। सामान नहीं मिल रहा है दूसरे बाजार बंद होने के कारण व्यापारियों का भी काफी नुकसान हो रहा है। पहले ही लॉकडाउन के दौरान तीन महीनों तक दुकानें बंद होने से नुकसान व्यापारी झेल चुके हैं। उपनगर संजौली के व्यापारियों से सुबह आठ बजे ही चौक पर धरना शुरू कर दिया। तीन घंटे तक यह धरना चला। इसके बाद जिला प्रशासन के अधिकारी और महापौर सत्या कौंडल मौके पर पहुंचीं और धरने को आश्वासन देकर बंद करवाया। व्यापारियों को आश्वासन दिया गया कि जल्द ही बाजार खोलने को लेकर निर्णय लिया जाएगा। वीरवार तक बाजार खोलने की मांग
संजौली के व्यापारियों ने मांग उठाई कि वीरवार तक बाजार खोले जाएं। बाजार नहीं खुले तो वीरवार को संजौली में चक्काजाम किया जाएगा और कोई भी वाहन आने-जाने नहीं दिया जाएगा। जिसकी सारी जिम्मेदारी जिला प्रशासन की होगी। आवश्यक सामान लेने के लिए भी पहुंचना पड़ रहा शिमला
संजौली बाजार में दवाओं की दुकानों को छोड़कर अन्य सभी दुकानें बंद की गई हैं। स्थानीय व्यापारी रवि कुमार दलित ने कहा कि लोगों को आवश्यक सामान लेने के लिए भी शिमला पहुंचना पड़ रहा है। चार दिन से बाजार बंद है। कंटेनमेंट जोन इंजनघर वार्ड ही होना चाहिए। पूरा बाजार बंद करने से लोगों को परेशानी झेलनी पड़ रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रशासन के पास कोई विकल्प नहीं है। कंटेनमेंट जोन सील होना चाहिए, लेकिन इसी वार्ड की पार्षद भी बाहर घूम रही हैं। लोग भी इस क्षेत्र से बाहर निकल रहे हैं। फिर दूसरी जगह के लोगों को इस बात की सजा क्यों झेलनी पड़ रही है। संजौली के इंजनघर वार्ड में अधिक मामले कोरोना के सामने आए हैं। जिस कारण इसे कंटेनमेंट जोन घोषित किया गया था। प्रशासन बैठक कर रहा है जिसमें क्षेत्र में कोरोना की समीक्षा होगी। इसके बाद ही कोई फैसला बाजार को खोलने के लिए लिया जाएगा।
सत्या कौंडल, महापौर नगर निगम शिमला।