14 हजार अस्थायी शिक्षकों को फिर मिली बड़ी राहत
राज्य के सरकारी स्कूलों में कार्यरत 14 हजार अस्थायी शिक्षकों (पीटीए पैट और पैरा) को सुप्रीम कोर्ट से एक बार फिर बड़ी राहत मिली है।
जागरण संवाददाता, शिमला : प्रदेश के सरकारी स्कूलों में कार्यरत 14 हजार अस्थायी शिक्षकों (पीटीए, पैट और पैरा) को सुप्रीम कोर्ट से एक बार फिर बड़ी राहत मिली है। सुप्रीम कोर्ट में मामले से जुड़ी याचिका को खारिज कर दिया है। नरेश कुमार ने कोर्ट में नियुक्तियों को चुनौती देने संबंधी याचिका दायर की थी। उन्होंने हाईकोर्ट के फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी थी। याचिका पहले दाखिल नहीं हो पाई थी, जब यह मामला लगा तब तक सुप्रीम कोर्ट इस पर अपना फैसला सुना चुका था। बुधवार को सुप्रीम कोर्ट में यह मामला सुनवाई के लिए लगा था। सुप्रीम कोर्ट ने इस याचिका को भी खारिज कर दिया है। इसके बाद अस्थायी शिक्षकों के नियमित होने का रास्ता साफ हो गया है।
शिक्षा विभाग ने इन शिक्षकों को नियमित करने की तैयारी शुरू कर दी है। प्रारंभिक शिक्षा विभाग ने इसको लेकर प्रस्ताव तैयार कर प्रदेश सरकार को भेजा है। प्रदेश मंत्रिमंडल की बैठक में इन शिक्षकों को नियमित करने पर अंतिम मुहर लगेगी।
---
पैट शिक्षकों ने मांगा नया पे स्केल
नियमितीकरण की प्रक्रिया के साथ ही वेतन निर्धारण पर भी विवाद शुरू हो गया है। प्राथमिक सहायक अध्यापक (पैट) ने सरकार से नए स्केल के तहत वेतन निर्धारित करने की मांग उठाई है। प्राथमिक सहायक अध्यापकों की नियुक्ति वर्ष 2003 से लेकर 2007 तक हुई है। 17 साल से शिक्षक विभाग में सेवाएं दे रहे हैं।
प्राथमिक शिक्षक संघ के जिला अध्यक्ष यशवंत खिमटा ने कहा कि जेबीटी शिक्षकों का इनिशियल पे स्केल 5910 और ग्रेड पे 3000 है। नियमित होने के दो साल बाद प्रोबेशन पीरियड पूरा होने के बाद शिक्षकों को छठा वेतनमान 10300 व 4200 दिया जाता है। उन्होंने कहा कि शिक्षकों की 17 साल की सेवा को कंसीडर कर इन्हें नया पे स्केल व ग्रेड पे दिया जाए। पुराने पे स्केल से इनका वेतन घट जाएगा।