बंसी लाल ने सुषमा को लाने भेजा था हेलीकॉप्टर
राजनीतिक पटल पर सुषमा स्वराज न केवल भाजपा में चमकता सितारा था। बल्कि दूसरे दलों के लिए भी सुषमा की अहमियत बहुत थी। हरियाणा में बंसीलाल की गठबंधन सरकार थी। भाजपा के समर्थन से सरकार चल रही थी कि अचानक भाजपा ने समर्थन वापस ले लिया। बंसीलाल अल्पमत में आ गए। सन 1999 में पूर्व मुख्यमंत्री स्व. बंसीलाल ने अपनी सरकार बचाने के लिए सुषमा स्वराज की तलाश शुरू की। पता चला कि सुषमा स्वराज हिमाचल प्रदेश के जनजातीय किन्नौर जिला मुख्यालय रिकांगपिओ में आराम कर रही थीं।
राज्य ब्यूरो, शिमला : राजनीतिक पटल पर सुषमा स्वराज न केवल भाजपा में चमकता सितारा थीं बल्कि दूसरे दलों के लिए भी उनकी बहुत अहमियत थी। हरियाणा में बंसी लाल की गठबंधन सरकार थी। भाजपा के समर्थन से सरकार चल रही थी। लेकिन भाजपा ने अचानक समर्थन वापस ले लिया। इस कारण बंसी लाल अल्पमत में आ गए।
वर्ष 1999 में तत्कालीन मुख्यमंत्री बंसी लाल ने अपनी सरकार बचाने के लिए सुषमा स्वराज की तलाश शुरू की। पता चला कि वह हिमाचल के जनजातीय किन्नौर जिला के मुख्यालय रिकांगपिओ में घूमने गई थीं। उन्हें लेने के लिए विशेष हेलीकॉप्टर भेजा गया। हेलीकॉप्टर सुषमा को लेकर चंडीगढ़ पहुंचा था। हिमाचल से पुराना नाता
सुषमा स्वराज का हिमाचल प्रदेश से पुराना नाता रहा है। स्कूल व कॉलेज के दिनों में उनका नाहन व पांवटा साहिब में अकसर आना-जाना रहता था। स्कूली दिनों में एनसीसी के कार्यक्रमों और उसके बाद वाद-विवाद प्रतियोगिताओं में शामिल होने के लिए वह हिमाचल आती थीं। हिमाचल डायरी का समय बढ़ाना सुषमा की देन
केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री रहते हुए सुषमा स्वराज ने हिमाचल डायरी का समय (स्लॉट) बढ़ाया था। दूरदर्शन पर प्रसारित होने वाली हिमाचल डायरी को नियमित करने में भी सुषमा का योगदान रहा था।