चीन के उत्पादों के विरोध में नेसंग के लिए रवाना हुई बाइक रैली
चीनी उत्पादों और चीन के अत्याचारों के खिलाफ तिब्बती यूथ कां
संवाद सहयोगी, रामपुर बुशहर : चीनी उत्पादों और चीन के अत्याचारों के खिलाफ तिब्बती यूथ कांग्रेस की इंडो-तिब्बत बार्डर बाइक रैली शुक्रवार को रामपुर से नेसंग के लिए रवाना हुई। इसे एसडीपीओ रामपुर चंद्र शेखर ने वर्चुअल कांफ्रेंसिग से रवाना किया। 18 नवंबर को मैक्लोडगंज से बाइक रैली शुरू हुई थी।
शुक्रवार को सभी बाइकर्स ने तिब्बत और भारत के राष्ट्रगीत गाकर रैली का आगाज किया। तिब्बती यूथ कांग्रेस अध्यक्ष गुन्पू डंडूप और सह सचिव छेवांग रबग्याल ने बताया कि रैली का उद्देश्य चीन में बने उत्पादों का बहिष्कार करना है। वे 35 साल से चीन का बहिष्कार कर रहे हैं। उन्होंने गलवन घाटी में हुई चीनी सेना की घुसपैठ की भी निंदा की है। गुन्पू डंडूप ने कहा कि तिब्बत में अगस्त में चीन की सेना ने तीन बच्चों की मां को पहले कैदी बनाया और बाद में उसकी इसलिए हत्या कर दी थी कि उसके घर से धर्मगुरु दलाई लामा का फोटो मिला था। इसके साथ चीन की सेना ने उसी प्रांत के छह सौ लोगों को कैदी बनाया है, जिनको रिहा करने के लिए रैली के माध्यम से अपील की जा रही है। तिब्बती यूथ कांग्रेस का मकसद चीन को हर क्षेत्र में बेनकाब करना है।
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चीनी सेना कर रही अत्याचार
गुन्पू डंडूप और छेवांग रबग्याल ने बताया कि तिब्बत में चीनी सेना लोगों पर लगातार अत्याचार कर रही है। इस कारण वहां के लोग तिब्बत छोड़ कर भागने को भी मजबूर हो रहे हैं। चीन की ओर से पर्यावरण को भी नुकसान पहुंचा कर नदियों को प्रदूषित किया जा रहा है। चीन में उत्पन्न हुए कोरोना वायरस से पूरी दुनिया की अर्थव्यवस्था को हिला कर रख दिया है, जिसके लिए चीन को जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि तिब्बत की आजादी के लिए संघर्ष लगातार किया जा रहा है।