मध्य प्रदेश से हिमाचल कांग्रेस को मिला फंड कहां गया : सत्ती
भाजपा अध्यक्ष सतपाल सत्ती का कहना है कि कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप राठौर और नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री को बताना चाहिए कि मध्यप्रदेश से लोकसभा चुनाव के लिए हिमाचल को दिए गए फंड का दुरुपयोग किया गया। जिसका शीघ्र खुलासा होने वाला है। यही कारण है प्रदेश कांग्रेस नेताओं की दिल्ली में बार-बार पेशियां लग रही है।
राज्य ब्यूरो, शिमला : भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतपाल सत्ती ने कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कुलदीप राठौर और नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री से पूछा कि मध्य प्रदेश से लोकसभा चुनाव के लिए हिमाचल कांग्रेस को दिया गया फंड कहां गया? उन्होंने आरोप लगाया कि इस फंड का दुरुपयोग किया गया है। इसका शीघ्र खुलासा होने वाला है। यही कारण है कि प्रदेश कांग्रेस नेताओं को दिल्ली के बार-बार चक्कर लगाने पड़ रहे हैं।
सतपाल सत्ती ने शिमला में पत्रकारों से कहा कि मध्य प्रदेश से आए फंड के मामले में प्रदेश कांग्रेस नेताओं की नींद हराम हो गई है। इस कारण कांग्रेस का राजनीतिक माहौल बिगड़ा है और पार्टी नीतिहीन हो गई है। कांग्रेस नेताओं को लगता है कि दुनिया उनकी पार्टी ने बसाई थी और उनके कार्यकाल में ही देश में विकास हुआ। सच यह है कि भाजपा के कार्यकाल में ज्यादा विकास हुआ है। प्रदेश भाजपा सरकार की दो साल की उपलब्धियों को देखकर मुकेश अग्निहोत्री बौखला गए हैं। वह सरकार द्वारा किए जा रहे विकास को देखकर आधारहीन बयानबाजी कर रहे हैं।
जितना विकास भाजपा सरकार ने दो साल में किया है, उतना पूर्व कांग्रेस सरकार दस वर्ष नहीं कर पाई थी। मुकेश अग्निहोत्री मीडिया में सुर्खियां बटोरने के लिए आरोप लगा रहे हैं। पहली बार राज्य में भ्रष्टाचार मुक्त विकास हो रहा है न कि राजनीतिक भेदभाव से किसी के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। भाजपा सरकार के कार्यकाल में निवेशकों को अनुकूल माहौल दिया जा रहा है। इस कारण शुक्रवार को 10 करोड़ रुपये का निवेश धरातल पर उतर आएगा। मुकेश अग्निहोत्री बताएं कि जब वह उद्योग मंत्री थे तो अपने पांच साल के कार्यकाल में कितना निवेश प्रदेश में लाए थे। उस दौरान क्या कोई एक उद्योग या प्रोजेक्ट हिमाचल में लगा था? उनके अपने विधानसभा क्षेत्र में क्या ऐसा कोई निवेश हुआ। उन्होंने आरोप लगाया कि पूर्व कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में भ्रष्टाचार हो रहा था। उन्होंने कहा कि भाजपा की एक योजना कांग्रेस के पांच साल के कार्यकाल को चुनौती देती है। मुख्यमंत्री की मेहरबानी से नेता प्रतिपक्ष बने मुकेश
सतपाल सत्ती ने आरोप लगाया कि मुकेश अग्निहोत्री झूठ बोलने में माहिर हैं। वह झूठ के बल पर ही नेता प्रतिपक्ष बने हैं। नेता प्रतिपक्ष बनने के लिए 23 विधायकों की आवश्यकता होती है। मुकेश 21 विधायक होने पर भी नेता प्रतिपक्ष बन गए जो सिर्फ मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की मेहरबानी है।