बीडीसी सदस्यों को सिखाया आपदा प्रबंधन
पंचायत समिति हाल नारकंडा में सोमवार को समिति स्तर पर आपदा तत्परता एवं मो
अमित सूद, कुमारसैन
पंचायत समिति हाल नारकंडा में सोमवार को समिति स्तर पर आपदा तत्परता एवं मोचन योजना पर कार्यशाला का आयोजन किया। नारकंडा ब्लॉक की बीडीसी अध्यक्ष मीरा शर्मा और सहायक आयुक्त (विकास) नारकंडा पूनम की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में समिति के 12 सदस्य मौजूद रहे।
राज्य और जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के सहयोग से आयोजित इस शिविर में आयोग से आए आपदा प्रबंधन विशेषज्ञ डॉ. सुमना, सोनिया पटेल और कंसल्टेंट नवनीत यादव ने बीडीसी सदस्यों को आपदा प्रबंधन की जानकारी दी। समिति स्तर पर आपदा प्रबंधन के लिए विभिन्न टीमें फर्स्ट एड, पूर्व चेतावनी दल, मनो सामाजिक देखभाल, अग्नि सुरक्षा दल, सूचना और समन्वय, सर्च एंड रेस्क्यू और क्षति आकलन टीमें गठित करने के लिए निर्देश दिए और बताया कि आपदा प्रबंधन टीम में कौन कौन शामिल हो सकता है। बीडीसी सदस्यों को आपदाओं के बारे में बुनियादी जागरूकता बारे बताया और क्षेत्र में किस प्रकार के जोखिम रहते हैं, कौन से जोखिम बढ़ रहे हैं और इनको कैसे कम किया जा सकता है, के बारे में विस्तार से चर्चा की। बैठक में मौजूद बीडीसी सदस्यों ने क्षेत्र में पहले हुई आपदाओं के बारे में विशेषज्ञों से चर्चा की।
नवनीत यादव ने बताया कि आपदा प्रबंधन को लेकर यह भारत, हिमाचल सरकार और संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम का साझा प्रयास है। इसमें प्रदेश के चार जिलों की 30 पंचायत समितियों को चुना गया है। इस कार्यक्रम में शिमला जिले की 30 पंचायतों को शामिल किया गया है, जिसमें पंचायत समिति नारकंडा भी एक है। नारकंडा ब्लॉक में गठित विभिन्न टीमों में शामिल बीडीसी सदस्यों की अप्रैल के बाद ट्रेनिंग करवाई जाएगी। बैठक में श्यामा कैंथला, मोहन श्याम, दलीप जरेट, प्रेमदासी, लता राणा, सुमना, रजनीश, पवन, रीमा, रूपलाल, हरिदत्त, अमर सिंह नलवा, आरती निर्मोही और अल्पना पराशर भी मौजूद रहीं।