नयनादेवी-आनंदपुर साहिब रोपवे को हरी झडी
हिमाचल सरकार नयनादेवी-आनंदपुर साहिब रोपवे प्राजेक्ट को लेकर एक महीने के भीतर दोबारा पंजाब सरकार के साथ समझौता ज्ञापन (एमओयू) साइन करेगी।
शिमला, राज्य ब्यूरो। नयनादेवी-आनंदपुर साहिब रोपवे प्रोजेक्ट आखिर शुक्रवार को सिरे चढ़ ही गया। इस प्रोजेक्ट को लेकर चंडीगढ़ में हुई बैठक के दौरान पंजाब सरकार ने इसे शुरू करने के लिए हरी झंडी दिखा दी है। बैठक में शामिल होने के लिए हिमाचल सरकार की ओर से अतिरिक्त मुख्य सचिव राम सुभग सिंह चंडीगढ़ गए थे। पंजाब के पर्यटन मंत्री नवजोत सिंह सिद्दू सहित पर्यटन विभाग के अधिकारियों के साथ हुई बैठक में इस प्रोजेक्ट को जल्द शुरू करने पर सहमति बनी है।
अब हिमाचल सरकार नयनादेवी-आनंदपुर साहिब रोपवे प्राजेक्ट को लेकर एक महीने के भीतर दोबारा पंजाब सरकार के साथ समझौता ज्ञापन (एमओयू) साइन करेगी। इसके तीन महीने के भीतर पर्यटन विभाग इसके टेंडर करेगा। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने यह प्रोजेक्ट शुरू करने के लिए पंजाब सरकार को फरवरी में पत्र भेजा था। प्रोजेक्ट को वीरवार को हुई राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में मंजूरी दी गई है। यह प्रोजेक्ट नयनादेवी व आनंदपुर साहिब जैसे पावन शहरों का भ्रमण करने वाले सैलानियों तथा श्रद्धालुओं के लिए आकर्षण का मुख्य केंद्र होगा। हिमाचल व पंजाब सरकार के बीच सार्वजनिक निजी सहभागिता (पीपीपी) के आधार पर इस प्रोजेक्ट की स्थापना के लिए 26 जुलाई 2012 को समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए थे। यह समझौता ज्ञापन लागू नहीं हुआ था।
पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने इसके सिरे न चढ़ने पर समझौता ज्ञापन को ही रद कर दिया था। 200 करोड़ का प्रोजेक्ट इस प्रोजेक्ट पर करीब 200 करोड़ रुपये लागत आएगी। यह रोपवे 3.5 किलोमीटर लंबा होगा जिसे पीपीपी मोड पर तैयार किया जाएगा। पंजाब सरकार इसके लिए 14.5 एकड़ भूमि देने के लिए राजी हो गई है। प्रदेश सरकार ने भी इसके लिए भूमि चयनित कर ली है। शुरू होगी निर्माण कार्य की प्रक्रिया पंजाब सरकार के साथ हुई बैठक में रोपवे प्रोजेक्ट को मंजूरी मिल गई है। इसके निर्माण कार्य की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। जयराम ठाकुर, मुख्यमंत्री